मंडल रेल प्रबंधक श्याम सुंदर गुप्ता ने संबंधित अधिकारियों को इसके लिए निर्देशित किया है। रेलवे ने ट्रेनों के स्लीपर क्लास के डिब्बों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किए जाने की तैयारी शुरू कर दी है। कोरोना वायरस के संक्रमण से पीडि़त रोगियों की संख्या में वृद्धि होने पर इन कोचों का उपयोग किया जाएगा। इसके लिए इन कोचों को पूर्णता सैनिटाइज करके मेडिकल इक्विपमेंट्स लगाकर आइसोलेशन वार्ड मैं परिवर्तित किया जा रहा है।
रायपुर रेल मंडल आपात स्थिति में कोरोनावायरस से लडऩे के लिए सतर्क है। जानकारी के अनुसार इन कोचों में आइसोलेशन बोर्ड के अनुरूप बदलाव किए जाएंगे। जिसमें मुख्य रूप से टॉयलेट और सीटों को भी मॉडिफाई किया जाएगा। टॉयलेट में हैंड शॉवर, एक बाल्टी और मग रखे जाएंगे। मिडल बर्थ को हटाया जाएगा और अलग-अलग पार्टीशंस बनाए जाएंगे। 4 नग बोटल होल्डर्स लगाए जाएंगे। चिकित्सा उपकरणों के लिए प्रत्येक डिब्बे में 220 वोल्ट विधुत का प्रावधान और बाहर के लिए 415 वोल्ट की विद्युत आपूर्ति का प्रावधान होगा।
प्रत्येक डिब्बे में एयर प्लास्टिक के पर्दे भी लगाए जाएंगे। प्रत्येक कोच में 10 आइसोलेशन वार्ड रहेंगे। ऐसा करने से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज में मदद मिलेगा। कार्य के निष्पादन से पहले और बाद में काचों को सेनिटाइज किया जा रहा है। रेलवे द्वारा स्थापित आइसोलेशन वार्ड में डॉक्टर्स और नर्सें भी मौजूद रहेंगी। इसके साथ-साथ सफाई-सफाई का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा।