उन्होंने कहा कि इटली ने यही गलती की थी। मरीजों को अलग-अलग जगहों पर रखा था। जिसके कारण मेडिकल स्टाफ भी इसकी चपेट में आया। हम मरीजों को एम्स रेफर कर रहे हैं। अभी एम्स प्रबंधन के साथ यह तय हुआ है कि शुरुआती 100 मरीज एम्स में भर्ती करवाए जाएंगे, उसके बाद अन्य अस्पतालों में।
पत्रकारों के सवालों के जवाब में मंत्री ने कहा कि हमारे पास डेढ़ लाख लोगों को क्वारंटाइन सेंटर में रखने की व्यवस्था है। क्वारंटाइन में जो लोग पॉजिटिव पाए गए, उन्हें आइसोलेशन में और जिनमें वायरल लोड ज्यादा दिखता है तो उन्हें आईसीयू में रखा जाएगा।
सरकारों को कर लेनी चाहिए पहचान
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमारे राज्य में दूसरे राज्यों के नागरिकों की पहचान कर ली गई है, दूसरे राज्यों को भी चाहिए कि वे भी ऐसा ही करें। पॉजिटिव हो तो वहीं उपचार किया जाना चाहिए। एडवांस स्टेज में आएंगे तो उपचार है ही नहीं। सबको मिलकर संकट से निकलने की दिशा में प्रयास करने चाहिए।