एजाज ढेबर, महापौर
रायपुरPublished: Oct 22, 2020 05:50:14 pm
VIKAS MISHRA
नगर सरकार बदली, ट्रैफिक बढ़ा लेकिन समस्या जस की तस
शारदा चौक से तात्यापारा चौक तक हर दिन रेंगते है लोग
रायपुर. शहर के बीच से होकर गुजरी है जीई रोड। लेकिन इस रोड का चौड़ीकरण बीच शहर में शासन-प्रशासन तक नहीं कर पाया। शारदा चौक से तात्यापारा चौक तक महज 100 मीटर का रोड चौड़ीकरण का काम दस साल से अटका है। नगर सरकार बदली, ट्रैफिक का दबाव बढ़ा लेकिन समस्या जस की तस है। इसके चलते इतनी दूरी तय करने में ही 10 से 15 मिनट लग जाता है।
विपक्ष में लगाते थे आरोप, अब मौन
पहले भाजपा ने इस पर राजनीति कीी। अब कांग्रेस कर रही है। नगर निगम के तत्कालीन महापौर ने जब भाजपा शासन था, तो भाजपा सरकार पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगा रहे थे,चूंकि अब तो कांग्रेस की सरकार है। लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है। स्मार्ट सिटी के एबीडी एरिया में शामिल होने के बावजूद स्मार्ट रोड का सपना दिखाने वाले अफसर भी इस रोड के 100 मीटर के पेच को चौड़ा करने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं।
अब 40 करोड़ बांटना पड़ेगा मुआवजा
उक्त रोड के चौड़ीकरण के लोगों की दुकानें और मकान जद में आ रहे हैं। ऐसे में इन लोगों को मुआवजा देना पड़ेगा। लेकिन स्मार्ट सिटी कंपनी मुआवजा देने के पक्ष में नहीं है। जबकि शहर के जनप्रतिनिध लोगों को मुआवजा दिलाने के पक्ष में है। यही कारण है कि मुआवजे की राशि हर साल बढ़ती जा रही है, क्योंकि लोग बाजार दर के हिसाब से मुआवजे की मांग कर रहे हैं।