कथित बलात्कार के आरोपी की मांग को हाईकोर्ट ने दी मंजूर, नवजात के डीएनए टेस्ट से सामने आएगा सच
यहां से मिली प्रेरणासरला ने बताया कि जब मै छोटी थी तो अपने पिता के साथ महाराष्ट्र भंडारा के प्राचीन शिव मंदिर जाती थी। वहा पर मंदिर में भक्त श्रावण में मिट्टी के शिव का निर्माण करके पूजा करते थे। वही से मैने भी अपने घर में मिट्टी के शिवलिंग बनाकर पूजा करना प्रारम्भ किया, भगवान शिव मेरे हर बिगड़े काम बनाते है।
सरला शर्मा पिछले 45 सालो से पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर रही है। साल में दो बार 1008 शिवलिंग का निर्माण करती है। शिवरात्रि में शिवलिंगो का निर्माण माघी पूर्णिमा से बनना शुरु करती है। महा शिवरात्रि में पूजा करके फांगुन मास में विसर्जन करती है। ऐसा ही श्रावण मास में पहला सोमवार से बनना शुरु करती है और अंतिम सोमवार के पूजा करने के बाद विसर्जन करती है।