बोरों के बीच में जगह बनाकर छुपे रहे
चंद्रपुर से एक ट्रक चना लोड हुआ था। उसी ट्रक के ड्राइवर से बात की। फिर चना के बीच में जगह बनाया। चारों तरफ बोरा रखा और उसके बीच में खाली जगह में सभी छुप कर बैठ गए। हवा आने की जगह बनाई। फिर तिरपाल से ट्रक को बांध दिया। हवा के लिए तिरपाल को ऊपर से फाड़ दिए थे, जिससे सांस ले सके। महाराष्ट्र और दुर्ग बार्डर को भेदते हुए निकल आए। बार्डर पर पुलिस को भनक नहीं लगी। सभी घर सकुशल पहुंच गए।कुम्हारी क्वारंटाइन सेंटर में रखा
महाराष्ट्र से लौटे 9 मजदूर धरमकांटा गेट खुर्सीपार में उतरे। रात 11 बजे पैदल सभी अपने घर पहुंचे। परिजनों को दरवाजा खोलवाया। यहां परिजनों ने सजगता दिखाई। उन्हें अंदर नहीं घुसने दिया। पहले साबुन से बाहर ही नहलाया। इसके बाद घर के अंदर एक कमरे में रहने दिया। पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस पहुंची। सभी को अपने कब्जे में लिया। शुक्रवार को मेडिकल टीम के बुलाया। सभी का स्वास्थ्य परीक्षण कराया। कुम्हारी क्वारंटाइन सेंटर में उन्हें रखा गया।