प्रभावित क्षेत्र
बस्तर स्थित सुकमा, कांकेर और नारायणपुर क्षेत्र सर्वाधिक प्रभावित इलाका माना जाता है। इस इलाके में पिछले पांच वर्ष में राज्य पुलिस और केंद्रीय फोर्स के करीब 13 जवानों की मच्छर काटने के मौत हुई थी। वहीं 50 से अधिक जवानों को उपचार के रायपुर सहित विभिन्न अस्पतालों में दाखिल कराया गया था। गौरतलब है कि पिछले दो महीनों में प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में मच्छरों के काटने से 35 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
इस तरह की मच्छरदानी
छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के जवानों को दी जाने वाली मच्छरदानी खाकी रंग की होगी। यह पॉलीमर और केमिकलयुक्त (मेडिकेटेड) होगी। इसके प्रभाव में आने और मच्छरदानी पर बैठते ही जहरीते कीट-पंतगे और मच्छर तुरंत मर जाएगें। यह तीन अलग-अलग छोटी-मध्यम और बड़ी साइज वाली होगी। आपूर्ति करने के पहले संबंधित फर्म को इसका सैंपल देना होगा। इसका परीक्षण करने के बाद आपूर्ति का आदेश जारी किया जाएगा। गौरतलब है कि आसाम में तैनात फोर्स इसी तरह का पॉलिमरयुक्त मेडिकेटेड मच्छरदानी दी गई है।
खरीदी होगी
एडीजी योजना एवं प्रबंध आरके विज ने कहा कि जवानों को मच्छरों के प्रकोप से बचाने के लिए शीघ्र ही मच्छरदानी की खरीदी होगी। इसके लिए विभाग की ओर से निविदा जारी की गई है।