जानकारी के अनुसार उदयपुर, सरगुजा निवासी सी.पी.सोनी अपने परिवार के 8 व्यस्क और 6 बच्चों के साथ शाम 5 बजे सतरेंगा झील में बोटिंग करने गए थे। तब अचानक पानी के बीचो बीच मोटरबोट का पेट्रोल ख़त्म हो गया। जिससे वहां बोट पर बैठे सभी सदस्य घबरा गए। लगभग आधे घंटे इंतज़ार करने के बाद दूसरे बोट से पेट्रोल उपलब्ध कराया गया, तब जाकर कहीं मोटरबोट किनारे तक लौट सका। इस असुविधा का विरोध करने पर बोट प्रभारी ने परिवार को बोला की ईंधन का ख़त्म हो जाना आम बात है, आप चाहें तो इसकी शिकायत कर सकते हैं।
पर्यटन मंडल और सरकार राज्य पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रयासों का दावा करती है। लेकिन अगर इस प्रकार की घटनाएं होती रहेंगी तो इससे राज्य के पर्यटन पर बुरा असर पड़ेगा। सी.पी.सोनी ने बताया की पेट्रोल ख़तम होने के कारण उन्हें सतरंगा पूरी तरह घुमाया भी नहीं गया फिर भी उनसे शुल्क के रूप में पुर 3000 वसूल लिए गए। सतरेंगा आस-पास के लोगों के लिए एक अच्छा पर्यटन स्थल है। बड़ी संख्या में लोग पिकनिक और बोटिंग के लिए वहां जाते हैं। ऐसी ख़बरें वहां के पर्यटन पर बुरा असर डालेंगी। पर्यटन बोर्ड ने घटना को संज्ञान में ले लिया है और जांच का आश्वासन भी दिया है।