सड़क निर्माण के क्षेत्र में ओबेराय समूह चर्चित नाम है। ओबेराय समूह के कर्ताधर्ता कमलजीत सिंह ने १५ साल पहले अविभाजित दुर्ग जिले के गुण्डरदेही ब्लाक मुख्यालय में हवाई फायर किया था। पचमढ़ी की घटना के बाद पुलिस ने ओबेराय परिवार की क्राइम हिस्ट्री को खंगाला। पुलिस का कहना है कि कंस्ट्रक्शन कंपनी से जुड़े इस परिवार के सदस्यों के खिलाफ किसी तरह का आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं है।
मृतक कपिल कक्कड़ (३८ वर्ष) और हनी सिंह दोनों दोस्त थे। दोनों शराब के शौकीन थे। इसके लिए आलीशान होटलों में पार्टी भी करते थे। हनीसिंह को जानने वालों के मुताबिक हनी अपने खास दोस्त कपिल से मुलाकात करने अक्सर रायपुर जाता था।
पांच साल से रखा था गार्ड
पुलिस को जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक अपने पिता के कारोबार में हाथ बटाते हनी सिंह को केवल ५ साल हुए हैं। कारोबार संभालने के दौरान गार्ड को पिता ने पुत्र के साथ रहने कहा था। इसके पहले तक गार्ड धर्मपाल सिंह हनी के पिता के साथ चलता था।
१०० करोड़ का कारोबार ओबेराय समूह सरकार से सड़क बनाने का ठेका लेती है। वर्ष २०१८ तक ओबेराय समूह के पास १०० करोड़ से अधिक का काम था। बताया जा रहा है कि इस साल उनका कारोबार अरब तक नहीं पहुंच पाया है।
स्टेटस मेंटेन करने रखता था गनमैन
ओबेराय परिवार का कारोबारी और निजी तौर पर किसी से दुश्मनी भी नहीं है। हनी सिंह ने गार्ड को केवल स्टेटस मेंटेन करने के लिए रखा था। वह पार्टियों में बेतहाशा खर्च करता था।
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अभी तक हमारे पास किसी तरह की आपराधिक जानकारी के लिए पिपरिया पुलिस ने कॉल नहीं किया है। चूंकि आरोपी हमारे यहां के हैं, इसलिए हम गार्ड धर्मपाल सिंह जो मलूत: उत्तरप्रदेश का है उसके बारे में जानकारी एकत्र कर रहे हैं।
सुरेश धु्रव, टीआई, सिटी कोतवाली