रेलवे की नोटिस से रहवासियों को त्यौहार के समय कार्रवाई का सता रहा डर
रायपुरPublished: Oct 18, 2023 04:10:49 pm
। रेलवे द्वारा नगर में बड़ी रेल लाइन के साथ-साथ रेल यार्ड निर्माण का कार्य किया जा रहा है। इस रेलवे के क्षेत्र में रह रहे रहवासियों को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे विभाग द्वारा 7 अक्टूबर को जमीन खाली करने के संबन्ध में नोटिस दिया गया है। साथ ही 15 दिन का समय दिया गया है। इस बीच रहवासियों में चिंता है कि नवरात्रि, दशहरा, दीपावली जैसे त्यौहार में लोग रोजी रोटी कमाने में लगे हैं।


रेलवे की नोटिस से रहवासियों को त्यौहार के समय कार्रवाई का सता रहा डर
नवापारा राजिम। रेलवे द्वारा नगर में बड़ी रेल लाइन के साथ-साथ रेल यार्ड निर्माण का कार्य किया जा रहा है। इस रेलवे के क्षेत्र में रह रहे रहवासियों को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे विभाग द्वारा 7 अक्टूबर को जमीन खाली करने के संबन्ध में नोटिस दिया गया है। साथ ही 15 दिन का समय दिया गया है। इस बीच रहवासियों में चिंता है कि नवरात्रि, दशहरा, दीपावली जैसे त्यौहार में लोग रोजी रोटी कमाने में लगे हैं। वहीं, इन लोगों को नोटिस के बाद कार्रवाई का डर है। कहीं रेलवे द्वारा 15 दिन के बाद कही कार्रवाई हुई तो दर्जनों लोगों को दुकान, व्यापार, घरबार छोडऩा पड़ेगा। एक ओर पूरा शहर पर्व को लेकर उत्साह में है, वहीं दूसरी ओर एक बस्ती के लोग आफत में हैं।
70 वर्षीय महिला ने बताया कि जीवन में जो कमाई वो सभी घर और दुकान में लगा दी हूं। अब मै कहां जाऊं। कौन देगा घर किराया। 4- 5 हजार रुपए बोलते हैं और 2 से 3 हजार रुपए ही कमाती हूं। बच्चे को पालने के लिए इतना ही मेरे पास है और कुछ नहीं है। वहीं युवा व्यापारी दीपक नागवानी ने बताया कि पिछले 25 सालों से दुकान चला रहे हैं और 15 दिनों में खाली करवाने के लिए नोटिस दिया गया है। सामने दीपावली का त्यौहार है। इस बाबत विधायक धनेंद्र साहू से मिलने से उन्होंने आश्वस्त जरूर किया है। भरोसा दिलाया कि जरूर कुछ करेंगे। लेकिन नहीं लगता कि कुछ समाधान होगा। अंत में उन्होंने कहा कि हमे पुनस्र्थापित कर जगह दिलाई जाए।
45 वर्षीय सरिता ने बताया कि वह अपने 70 वर्ष की बुजुर्ग माता और एक बच्ची के साथ झोपड़ी में कई सालों से रोजी मजदूरी करके जीवन यापन कर रही है। महिला के लिए चिंता विषय बना हुआ है कि रेलवे द्वारा कार्रवाई के बाद सिर से छाया गायब हो जाएगा और बेघर हो जाएंगे। फिर कहां जाएंगे। साथ ही उन्होंने शासन-प्रशासन से गुहार लगाई कि उन्हे कोई जगह दिलाई जाए।