आरोपी दविंदर का हीरापुर में पंजाब कार्गो के नाम से ट्रांसपोर्टिंग का कारोबार है। उसकी कईट्रक चलती हैं। इसकी आड़ में वह ड्रग्स तस्करी का धंधा भी कर रहा था। पंजाब से एक बार में 50 ग्राम कोकीन लेकर आता था। उस कोकिन को मनप्रीत को सप्लाई करता था। इसके बाद मनप्रीत अपने संपर्क में आने वाले लोगों को कोकिन बेचता था। उसके संपर्क में कई रसूखदार हैं।
पुलिस को मनप्रीत के मोबाइल में कई रसूखदारों और नशेडिय़ों के नंबर मिले हैं। उन्हें जरूरत के हिसाब से मनप्रीत ड्रग्स सप्लाई करता था। वाट्सऐप से ही आर्डर ले लेता था। इसके बाद डिमांड करने वाले के बताए जगह पर पार्सल भेज देता था। अधिकांश मामले में मनप्रीत खुद मौके पर जाकर ड्रग्स बेचता था। पुलिस ने उसके मोबाइल से जुड़े नंबरों की पड़ताल शुरू कर दी है।
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया है कि मार्केट में 1 ग्राम कोकीन को 8 से 10 हजार रुपए में बेचते हैं। महंगा नशा होने के कारण मनप्रीत बड़े कारोबारियों और रसूखदारों को ही कोकिन सप्लाई करता था। पुलिस को मनप्रीत के मोबाइल में दो सौ से ज्यादा संदिग्ध नंबर मिले हैं, जिनमें चैटिंग भी हुई है। पुलिस को शक है कि ये नंबर ड्रग्स लेने वालों के हैं। इसकी जांच की जा रही है।
शहर में ड्रग्स तस्करों के एक बड़े रैकेट का खुलासा इससे पहले भी हुआ है, जिसमें दर्जन भर से अधिक आरोपी जेल में बंद हैं। पकड़े गए ड्रग्स पैडलर हाइप्रोफाइल पार्टी और होटलों में कोकीन सप्लाई करते थे। और मुंबई में रहने वाले नाइजीरियन से माल खरीदते थे। फिलहाल सभी जेल में हैं।