अरमान ने ‘पत्रिका’ को बताया कि बिना कोई दस्तावेज दिए माधव उन्हें चेन्नई अपने दोस्त के घर ले गया, फिर वहां से हैदराबाद एयरपोर्ट पर पासपोर्ट और वीजा देकर मलेशिया भेज दिया। एयरपोर्ट पर माधव ने कहा था कि कोई पूछे तो कहना कि अंकल रहते हैं, उनसे मिलने जा रहे हैं। मलेशिया में उसका दोस्त (एजेंट) एयरपोर्ट पर लेने आएगा। अरमान ने बताया कि 20 जून को एयरपोर्ट से टैक्सी ड्राइवर ने उन्हें एजेंट तक पहुंचा। वहां पता चला कि उनका टूरिज्म वीजा बनाया गया है।
घर में कर रखा है कैद : अरमान ने बताया कि चेन्नई के रहने वाला माधव का दोस्त कुछ दिनों तक इधर-उधर घुमाता रहा और फिर एक घर में कैद कर दिया। कहीं जाता है तो दरवाजे पर ताला लगा देता है। उन्हें दो दिन से खाना भी नहीं मिला है। युवकों ने बताया कि उनका पासपोर्ट माधव के दोस्त ने रख लिया है। तीन माह का टूरिज्म्म वीजा के अलावा उनके पास कोई दस्तावेज नहीं है। डर लगता है कि बाहर निकलने पर पुलिस जेल में ठूंस देगी। अरमान ने बताया कि माधव का मोबाइल बंद है। वह आंध्रप्रदेश भाग गया है।