इस आयोजन में वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि Óयोतिष ब्रह्मांड के अध्ययन का माध्यम है। हम यह भी कह सकते हैं कि ब्रह्मांड की शुरूआत के साथ Óयोतिष की शुरूआत हुई है। यह हमेशा से वेद वेदांग का हिस्सा रहा है। 17वीं शताब्दी तक इसका निरंतर विकास होता रहा, पर हमारी इन उपलब्धियों को ब्रिटिश शासन काल में दबा दिया गया। हमें ज्योतिष के साथ कम्प्यूटर और अन्य तकनीक को भी अध्ययन का हिस्सा बनाना चाहिए।
कार्यक्रम में चन्द्रमौली उपाध्याय को लाइफटाइम एचीवमेंट से पुरस्कृत किया गया। साथ ही छत्तीसगढ़ के Óयोतिष दक्षिण एशियाई Óयातिष संघ के प्रांताध्यक्ष डॉ. अनिल तिवारी, विष्णुप्रसाद शास्त्री और दिलीप कुमार सहित देश के अन्य भाग से आए Óयोतिषों को सम्मानित किया गया। आयोजकों ने राÓयपाल उइके और पूर्व केन्द्रीय मंत्री जोशी को भी शाल और श्रीफल देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में श्री नक्षत्र निकेत: फाउंडेशन के अध्यक्ष अजय भाम्बी, पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल सहित देश-विदेश से आए Óयोतिषगण उपस्थित थे।