स्वास्थ्य विभाग के टीकाकरण के आंकड़े पर अगर ध्यान दिया जाए जो 18 साल से अधिक उम्र के 1 करोड़ 96 लाख 51 हजार लोगों में से 2 जुलाई तक की स्थिति में 1 करोड़ 75 लाख 28 हजार 394 लोगों ने ही दूसरी डोज लिया है। वहीं 21 लाख 22 हजार 606 लोग अभी भी दूसरा डोज नहीं ले पाए हैं।
बड़ी संख्या में लोगों के दूसरा डोज नहीं लेने से इससे प्रिकॉशन डोज में भी असर पड़ा है। वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्यकर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर व 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को प्रिकॉशन डोज लगाया जा रहा है। वहीं 18 से 59 साल के बीच के लोगों को प्राइवेट अस्पतालों में सशुल्क लगाया जा रहा है। पहला डोज लेने के बाद दूसरा डोज नहीं लेने से भी लोग प्रिकॉशन डोज नहीं लगवा पा रहे हैं।
स्कूल खुले फिर भी टीकाकरण में तेजी नहीं 12 व 15 साल से अधिक उम्र के आयु वर्ग में भी टीकाकरण में जोर नहीं पकड़ रहा है। स्कूल खुलने के बाद इस वर्ग के बच्चों के टीकाकरण में तेजी लाने की बात कही गई थी, लेकिन ऐसा दिखाई नहीं दे रहा है। 12 से 14 साल के बीच के 66 फीसदी ने पहला एवं 34 फीसदी ने दूसरा डोज लिया है। वहीं 15 से 17 साल के बीच के 72 फीसदी ने पहला एवं 54 फीसदी ने ही दूसरा डोज लिया है। रायपुर जिले में इस वर्ग के बच्चों के टीकाकरण की स्थिति ठीक है। रायपुर जिले में 12 के 86 फीसदी को पहला एवं 52 फीसदी को दोनों डोज और 15 के 84 फीसदी को पहला एवं 78 फीसदी को दोनों डोज लग चुके हैं।
घातक साबित हो सकती है लापरवाही कोरोना महामारी नियंत्रण के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया कि बचे लोगों को अभियान चलाकर टीका लगाया जा रहा है। संक्रमण बढऩे लगा है। ऐसे में समय आने पर लोग अपना टीकाकरण जरूर कराए। सालभर या छह महीने बाद भी जिन्होंने दूसरा डोज नहीं लिया है, उन्हें इसका ध्यान रखना चाहिए। कोरोना को लेकर लापरवाही घातक साबित हो सकती है।