ये 1 दिसंबर को देश के अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर लैंड हुए और वहां से जांच के बाद इन्हें अपने-अपने राज्यों में जाने दे दिया गया। इनमें से अधिकांश कनाडा, यूके, स्विट्जरलैंड से आए हैं। ये रायपुर, राजनांदगांव, दुर्ग जिले के रहने वाले बताए जा रहे हैं। इनकी सूची सभी कलेक्टर और सीएमएचओ को जारी कर दी गई है, ताकि इन सभी पर निगरानी रखी जा सके। सूत्रों के मुताबिक कुल 217 यात्रियों पर नजर रखना कठिन है और भविष्य में संख्या बढ़ेगी भी।
यह भी पढ़ें: ओमिक्रॉन को लेकर अलर्ट: विदेश से लौटे 19 लोग लापता, स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस को दी सूचना उधर, स्वास्थ्य विभाग फिर से सभी जिलों में कंट्रोल रूप बनाने की तैयारी में हैं, ताकि विदेश से लौटने वालों से दिन में कम से कम 2 बार संपर्क किया जाए, उनके हालचाल पूछा जाए। वहीं केंद्र सरकार ने दोबारा मोबाइल कॉलिंग के पहले कोरोना से बचाव वाले जानकारी देना शुरू कर दिया है, जो बीच में खतरा कम होते देख बंद कर दी गई थी।
स्वास्थ्य विभाग महामारी नियंत्रण कार्यक्रम के प्रवक्ता एवं संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा ने कहा, केंद्र सरकार से रोजाना वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग पर चर्चा हो रही है। उनके निर्देश हैं कि हम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर टेस्ट करके यात्रियों को भेज रहे हैं, आप सिर्फ नजर रखें। 7 दिन क्वारंटाइन व उसके बाद 7 दिन का आइसोलेशन पूरा करवाएं। रोजाना के निर्देश जिलों को भी दिए जा रहे हैं।
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स्वास्थ्य विभाग अपील जारी की है कि विदेश से लौटने वाले यात्री सहयोग करें। किसी भी प्रकार की जानकारी न छुपाएं। किसी के संपर्क में न आएं। 7 दिन क्वांरटाइन में रहें, 8वें दिन जांच करवाएं और फिर 7 दिन ऑब्जर्वेशन में रहें। लक्षण दिखाई देने पर तत्काल सीएमएचओ से संपर्क करें। या 104 हेल्पलाइन नंबर अपने बारे में जानकारी दें।
अपील में ये भी
1- यात्री अपने फोन बंद न करें।
2- घर पर किसी को आने न दें, न बाहर जाएं।
3- किसी भी प्रकार की जानकारी न छिपाएं।