जल्द ही जारी होगा टेंडर
सडक़ों पर किए जाने वाले डामरीकरण में वेस्ट प्लास्टिक का उपयोग किया जाएगा। यानी जिले में इस बार प्लास्टिक से सडक़ का निर्माण होगा। प्रधानमंत्री सडक़ योजना द्वारा पहली बार इतनी लंबी सडक़ निर्माण में प्लास्टिक का उपयोग किया जाएगा। अब विभाग जल्द ही टेंडर जारी कर कुछ माह में निर्माण शुरू करेगा।
मिली जानकारी के मुताबिक जिले के ऐसे कई सडक़ें है जो काफी जर्जर हो चुके हैं। सडक़ मरम्मत की मांग बीते 10-15 साल से ग्रामीण कर रहे थे। ग्रामीणों की इन मांगों पर शासन प्रशासन ने ध्यान ही नहीं दिया था। सडक़ मरम्मत के लिए जनप्रतिनिधियों ने भी आंदोलन किया था। झलमला से जामगांव मार्ग 8 किमी की मरम्मत के लिए पूर्व विधायक भैयाराम सिंह ने आंदोलन किया था।
इसी तरह डौंडीलोहारा ब्लॉक के ग्राम संबलपुर से बुंदेली 11 किलोमीटर के लिए ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन किया था। इसके अलावा बालोद से ओरमा तक 10 किलोमीटर, डौंडीलोहारा से भंवरमरा से कर्रे गांव 28 किलोमीटर सडक़ का जीर्णोद्धार, आमाडुला से कंजेली 21 किलोमीटर सडक़। सोरके से सोहपुर, निपानी मार्ग, लिमोरा से मुजगहन मार्ग, मरकाटोला से बड़भूम मार्ग, कमरौद से पिरिद, पापरा, कुर्दी मार्ग झलमला से चिचबोड़, भेडिय़ा नवांगांव, बिरेतरा मार्ग सहित कुल 26 सडक़ का 249 किमी जीर्णोद्धार किया जाएगा।
डामर में मिलाएंगे वेस्ट प्लास्टिक, फिर बनेगी सडक़
प्रधानमंत्री सडक़ योजना के ईई सुनील नामदेव ने बताया कि सडक़ निर्माण में डामर में वेस्ट प्लास्टिक भी मिलाया जाएगा। इस बार सडक़ का निर्माण ग्रीन टेक्नलॉजी के तहत कराया जाएगा। जिले में पहली बार इतनी लंबी सडक़
निर्माण में प्लास्टिक का उपयोग किया जाएगा।
249 किमी दायरे में 100 से अधिक गांवों को मिलेगी राहत
जिले में प्रधानमंत्री सडक़ योजना विभाग द्वारा 26 सडक़ों के लिए 249 किमी की सडक़ बनाईजाएगी। इससे इन सडक़ों से लगे 100 से अधिक गांवों को राहत मिलेगी। वर्तमान में सभी सडक़ जर्जर और चलने लायक भी नहीं है।
– जिले के 26 सडक़ों के जीर्णोद्धार के लिए 144 करोड़ रुपए की स्वीकृति केंद्र शासन से मिली है। जल्द ही निविदा खुलने के बाद काम शुरू कराया जाएगा।
सुनील नामदेव, ईई प्रधानमंत्री सडक़ योजना