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उपार्जन केंद्रों से 25 हजार टन पड़ा है धान, खरीदी के बाद कहां रखेंगे

locationरायपुरPublished: Nov 23, 2020 08:33:50 pm

Submitted by:

Karunakant Chaubey

उपार्जन केंद्रों में अभी 23609.12 टन धन खुले में रखा हुआ है। अब धान खरीद कर यहीं रखना है। ऐसे में सरकार के पास धान रखने की दिक्कत होना तय है। धान के उठाव के लिए मिलर्स को कई बार नोटिस जारी किया जा चुका है, लेकिन उपार्जन केंद्रों में पड़ा धान 70 फीसदी से ज्यादा खराब हो चुका है।

उपार्जन केंद्रों से 25 हजार टन पड़ा है धान, खरीदी के बाद कहां रखेंगे

उपार्जन केंद्रों से 25 हजार टन पड़ा है धान, खरीदी के बाद कहां रखेंगे

रायपुर. उपार्जन केंद्रों से पिछले साल खरीदे गए धान का उठाव अभी तक नहीं हो पाया है और इस वर्ष धान खरीदी की तैयारी पूरी होने जा रही है। यदि शुरुआत में ही बम्पर खरीदी होती है, तो नया धान रखने के लिए जगह नहीं होगी। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि पुराने धान का जल्द ही उठाव कर लिया जायेगा।

उपार्जन केंद्रों में अभी 23609.12 टन धन खुले में रखा हुआ है। अब धान खरीद कर यहीं रखना है। ऐसे में सरकार के पास धान रखने की दिक्कत होना तय है। धान के उठाव के लिए मिलर्स को कई बार नोटिस जारी किया जा चुका है, लेकिन उपार्जन केंद्रों में पड़ा धान 70 फीसदी से ज्यादा खराब हो चुका है।

इन जिलों की स्थिति सबसे ज्यादा खराब

रायगढ, मुंगेली, कवर्घा, राजनांदगांव, महासमुंद और सूरजपुर में स्थिति सबसे ज्यादा बिगड़ी हुई है। इन जिलों में क्रमश: उपार्जन केंद्रों में अभी भी 5525.63, 2030.13 , 2030.13, 1196.18, 8050.88, 23609.12 धान पड़ा हुआ है। अहम बात यह है कि इन जिलों में धान खरीदी की तैयार की बजाय धान उठवाने के लिए मिलर्स पर दबाव बनाया जा रहा है।

मिलर्स पर हो रही है कार्रवाई

मिलर्स और प्रशासन दोनो ही धान उठाव के लिए अड़े हुए हैं। कई जगह संग्रहण केंद्रों का धान खराब हो चुका है। दूसरी ओर मुख्य सचिव के निर्देश के बाद मिलर्स पर धान उठाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। यह भी बताया जा रहा है कि अन्य जिलों में कार्रवाई किया जाना तय है।

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