पत्रिका ने सीएम के आदेश पर पड़ताल की। सबसे पहले यह जाना की प्रदेश के टेस्टिंग किट कितनी उपलब्ध हैं। वर्तमान में करीब 2 हजार किट उपलब्ध हैं। दूसरा सवाल, प्रदेश की दो लैब कितने दिनों में 23 हजार लोगों के टेस्ट कर पाएंगी? इसका जवाब है करीब 90 दिनों में। मगर, सरकार की तरफ से रैपिड टेस्टिंग किट की खरीदी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 75 हजार किट खरीदी जा रही है।
इसके जरिए कोई भी डॉक्टर जैसे सुगर टेस्ट करता है, ठीक वैसे ही ब्लड लेकर मौके पर ही जांच कर पाएगा। 30 मिनट में रिपोर्ट आ जाएगी। जितनी जल्द किट की खरीदी होगी, उतनी जल्दी कटघोरा के लोगों की जांच संभव हो पाएगी। फिलहाल तबलीगी जमात और मस्जिद इलाके वाले लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं। इसके साथ ही पॉजिटिव मरीजों के परिजनों के।
दवाओं की है पर्याप्त उपलब्धता
प्रदेश में कोरोना वायरस की दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। रामबाण कही जाने वाली क्लोरोक्विन की 62 लाख टेबलेट हैं। जबकि अन्य दवाएं भी हैं। दवाओं की कमी नहीं है।
रायपुर मेडिकल कॉलेज को मिली कोरोना टेस्ट की अनुमति
प्रदेश में अभी सिर्फ दो ही संस्थानों में कोरोना टेस्ट हो रहा है। सरकार ने केंद्र सरकार से रायपुर और रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में कोरोना टेस्ट शुरू करने की अनुमति मांगी थी। गुरुवार को केंद्र सरकार ने देशभर की 10 लैब को स्वीकृति दी है। इसमें रायपुर स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज को मंजूरी मिल गई है। माइक्रोबॉयोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ अरविंद नेरल का कहना है कि हमारी पूरी तैयारी है। हम दो दिन में टेस्ट शुरू भी कर देंगे।