चंद्रग्रहण को प्राचीन काल से ही महत्वपूर्ण माना गया है। इसे न केवल आद्यात्मिक दृष्टि से बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से भी मान्यता दी गई है। बताया जा रहा है की ये चंद्रग्रहण इस सदी का सबसे लम्बा चंद्रग्रहण होगा। क्योकि इससे पहले इतना लम्बा ग्रहण 1953 में हुआ था। मध्य रात्रि के बाद यह पुरे भारत में दिखाई देगा।