भाजपा का आरोप: केंद्र के 2 प्रोजेक्ट में 300 करोड़ का मुआवजा घोटाला, नीचे से ऊपर तक संलिप्तता
भाजपा ने केंद्र सरकार के भारत माला प्रोजेक्ट और रायपुर-विशाखापट्नम कारिडोर निर्माण के लिए भू-अर्जन व मुआवजा वितरण में करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया है।
रायपुर. भाजपा ने केंद्र सरकार के भारत माला प्रोजेक्ट और रायपुर-विशाखापट्नम कारिडोर निर्माण के लिए भू-अर्जन व मुआवजा वितरण में करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया है। शनिवार को भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में पूर्व कृषि मंत्री और भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष गौरीशंकर श्रीवास ने प्रेस कांफ्रेंस लेकर कहा कि इस मामले में के तार उच्च स्तर तक जुड़े हैं। भाजपा जल्द राज्यपाल अनुसुईया उइके के सामने घोटाले के सबूत रखेगी, तो वहीं केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी तक भी शिकायत लेकर जाएगी।
साहू ने कहा कि मुआवजा बांटने का काम राजस्व अनुविभागीय अधिकारी अभनपुर को कार्य सौंपा गया है। मुआवजा के लिए 600 करोड़ दिए गए, जिसमें से 300 करोड़ की घेरा-फेरी हुई है। नियमों को ताक पर रखकर अधिसूचना जारी होने के बाद बैक डेट पर जमीन का बाटांकन और नामांतरण किया गया। इनका आरोप है कि किसी भू-स्वामी को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा मिलना था तो उसे 18 गुना यानी 18 करोड़ रुपए दिए गए, ऐसा 300 किसानों के साथ हुआ है। मगर, वास्तविक मुआवजा के अतिरिक्त की राशि अधिकारियों ने अपने खातों में जमा करवाई। यह सबकुछ भू-माफियाओं, अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ है। भाजपा ने केंद्रीय एजेंसी से जांच की मांग की है।
ऐसा 10 जिलों में होने की आशंका पूर्व मंत्री साहू ने कहा कि यह अभनपुर का ही मामला है, मगर जिसी भी जिले में ये प्रोजेक्ट गए हैं, वहां पर इस तरह की गड़बड़ी हो सकती है। इन्होंने इस घोटाले में अभनपुर और रायपुर के कुछ अधिकारियों की संलिप्तता बताई है। मगर, पूर्व मंत्री ने कहा कि वे राज्यपाल को शिकायत के बाद 300 किसानों की सूची और अन्य नामों को सामने रखेंगे।