युद्ध क्षेत्र में फंसे भारतीय छात्रों की मदद का सिलसिला शुरू हो गया है। वहां फंसे छात्रों ने पत्रिका को बताया कि अब बमबारी और ठंड से परेशान नहीं होना पड़ा रहा है। सरकार और दूतावास ने रुकने की अच्छी व्यवस्था की हैै। कुछ छात्रों को शेल्टरों में तो कुछ को होटलों में रुकवाने का इंतजाम किया गया है। पोलेंड बॉर्डर पर ऑर्ट ऑफ लिविंग संस्था के सदस्य भी राहत सामग्री लेकर पहुंचे हैं।
यूक्रेन से वापस लौट रहे छात्रों को एयरपोर्ट से रीसिव करके छत्तीसगढ़़ सदन पहुंचाने वाले एक अधिकारी ने बताया, देर रात एक और फ्लाइट छात्रों को लेकर भारत पहुंचेगी। इस फ्लाइट के पहुंचने के बाद छत्तीसगढ़ के छात्रों की संख्या में इजाफा हो सकता है। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मना किए जाने से छत्तीसगढ़ भवन में रुके लोग छात्रों की जानकारी और फोटो सार्वजनिक करने से बच रहे है।