जिसके बाद सभी पनियाजोब से जंगल रास्तों से गातापार इलाकें में पहुंचे। मजदूरों ने बताया कि वे 30 मार्च को पनियाजोब से निकले थें एक रात सभी ने बीहड़ जंगल में ही गुजारा। मंगलवार सुबह से जंगल के रास्ते लक्षणा प्रधानपाठ होते ब्लाक के बैगाटोला गांव पहुंचे।
बड़ी संख्या के चलते इसकी जानकारी खैरागढ़ प्रशासन को दी गई। आननफानन में राहत पहुंचाने सभी मजदूरों को गातापार में राहत शिविर लगाकर इन सभी का स्वास्थ्य परीक्षण करवाकर ठहराया है। राहत शिविर में खैरागढ़ जैन समाज द्वारा इनके लिए भोजन की व्यवस्था बनाई गई है। गातापार जंगल पंचायत द्वारा इनके रूकने खाने सहित अन्य व्यवस्था बनाई गई है। राज्य सीमा सील होने के कारण इनके सीधी मप्र जाने की व्यवस्था नहीं हो पाई है।