साथ ही नगरवासियों ने इस संक्रमण से बचने मास्क एवं अन्य आवश्यक उपायों को अपनाने का संकल्प भी लिया। वहीं पालिकाधिकारी ने विगत पंाच दिनों से मिल रहे पाजिटिव संक्रमण मरीज के चलते पूरे 21 वार्डों में घर-घर कोरोना जांच के लिए टीम तैयार की। जिसमें नौ वार्डों का जांच की गई। इन नौ वार्डों में 384 सर्दी-खांसी के मरीज मिले। मगर कोरोना जांच में सभी निगेटिव पाए गए। उपाध्याय ने बताया कि आज नगर में एक भी कोरोना पाजिटिव मरीज नहीं मिला।
एसडीएम ने तहसील कार्यालय में ली बैठक
दिनों-दिन कोरोना महामारी की बढ़ती विकरालता को देखते हुए एसडीएम सूरज साहू, नायब तहसीलदार लाखेश्वर किरण, मुख्य नगरपालिका अधिकारी भूपेन्द्र उपाध्याय ने नागरिकों, व्यापारियों के साथ तहसील कार्यालय में एक बैठक आहूत की। जहां एक ओर प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा कोरोना की रोकथाम हेतु नगर में पुन: लॉक डाउन करने की बात कही, तो व्यापारियों ने इस पर असहमति जताते हुए अन्य संभावित विकल्प पर जोर दिया। बैठक में पालिकाध्यक्ष धनराज मध्यानी, सभापति अजय कोचर, वस्त्र व्यवसायी संघ अध्यक्ष संतोष बोथरा, किराना व्यापारी संघ अध्यक्ष श्याम अठवानी, आशीष टाटिया, अशोक नागवानी, जनक कंसारी उपस्थित थे।
दुकानदारों को भी मास्क पहनना अनिवार्य
बैठक में सभी ने मिलकर निष्कर्ष निकाला कि इस कोरोना रूपी महामारी रूपी लड़ाई में समस्त नगरवासी, व्यापारी अपना सहयोग देंगे। समस्त व्यापारियों ने कोरोना से बचाव हेतु अपने व्यापार स्थल पर आवश्यक उपाय जैसे सेनिटाइजर की व्यवस्था, स्वयं मास्क पहनने के साथ ग्राहकों के लिए भी इसकी अनिवार्यता तय करना, आवश्यक आपसी दूरी का निर्धारण, स्थल की समुचित साफ -सफाई का ध्यान रखने की प्रतिबद्धता जताई। इसके साथ ही समस्त व्यापारी बन्धुओं ने अपने व्यापार की कार्य अवधि में भी 1 घंटे की कटौती कर सहयोग प्रदान करने की बात कही है। जहाँ पूर्व में नगर के व्यापारिक प्रतिष्ठान रात 8 बजे तक खुले रहते थे, वहीं समस्त प्रतिष्ठान शाम 7 बजे तक ही संचालित किए जाएंगे।
बिना मास्क वालों से वसूले गये 40 हजार रूपये
नगर में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के चलते इसे गंभीरता से लेते हुए नगर पालिका अधिकारी भूपेन्द्र उपाध्याय ने बिना मास्क वालों के खिलाफ मोर्चा खोल चार टीम बनाकर नगर के चारों ओर भेजा गया। पालिकाधिकारी उपाध्याय एवं एसडीएम सूरज साहू स्वयं पूरे नगर का भ्रमण कर निरीक्षण करते रहे कि किस दुकान में लोग बिना मास्क के अपना व्यापार चला रहे हैं। अधिकांश दुकानों में कर्मचारी, मालिक और ग्राहक बिना मास्क लगाए पाए गए, ऐसे 55 दुकानों में दबिश देकर 40 हजार रुपए का चालान काटा गया और चेतावनी दी गई कि आइंदा मास्क नहीं लगाने पर दुकान सील कर दी जाएगी।