रायपुर

वनविभाग में सीधी भर्ती देख युवक ने जल्दबाजी में कर दी ये गलती, अब पुलिस वालों को बताई ये सच्चाई

वनविभाग में सीधी भर्ती देख युवक ने जल्दबाजी में कर दी ये गलती, अब पुलिस वालों को बताई ये सच्चाई

रायपुरOct 18, 2018 / 06:49 pm

चंदू निर्मलकर

वनविभाग में सीधी भर्ती देख युवक ने जल्दबाजी में कर दी ये गलती, अब पुलिस वालों को बताई ये सच्चाई

देवभोग. वनविभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर एक युवक द्वारा गांव के ही व्यक्ति को ठगे जाने का मामला थाना पहुंचा है। थाना प्रभारी सत्येंद्र सिंह श्याम ने बताया कि खजुरपदर निवासी मिलेन्द्र सिंह ने इंटरनेट में एक विज्ञापन देखा था कि वनरक्षक का पद रिक्त है। ऐसे में मिलेन्द्र ने जारी किए गए विज्ञापन के आधार पर वनरक्षक पद के लिए 7 अगस्त को संबंधित पते पर स्पीड पोस्ट किया था।
मिलेन्द्र सिंह के भेजे गए पोस्ट के जवाब में 15 अक्टूबर की शाम को मिलेन्द्र को स्पीड पोस्ट से छत्तीसगढ़ शासन का मोनो लगा हुए वनविभाग का आदेश प्राप्त हुआ। आदेश में ठग ने जिक्र किया है कि आवेदक का चयन 2010 सीधी भर्ती कानून 24/आईव्ही 2010(बी) एसीटी सरकारी कोटे के तहत सीधी भर्ती द्वारा सरकारी कर्मचारी के समक्ष चयन कर लिया गया है।
16 अक्टूबर को फोन कर ठग ने वेरिफिकेशन और ट्रेनिंग के लिए 40 हजार रुपए की मांग की। मिलेंद्र ने 40 हजार रुपए दो किस्त में ठग के बताए खाता नंबर पर डाल दिए। इसके बाद भी ठग उससे रुपए की मांग करता रहा। परेशान हो मिलेंद्र थाना पहुंचकर पुलिस को इसकी जानकारी दी। ठग ने बकायदा छत्तीसगढ़ शासन का मोनो लगा वन विभाग के लेटरपेड में आदेश जारी किया था। इसी के चलते मिलेंद्र को ठगे जाने पर शक नहीं हुआ।

हम कई तरह के अभियान चलाकर लोगों से अपील भी करते हैं कि इस तरह के ठगों से सावधान रहें। वहीं आज मिलेंद्र भी इस तरह की ठगी का शिकार हो गया। मामले में पीडि़त ने आवेदन किया है। आवेदन के आधार पर जांच की जा रही है। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
विवेक सेंगर, उप निरीक्षक थाना देवभोग
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