अगर, आने वाले दिनों में इसी तफ्तार से मरीज मिले तो 30 सितंबर तक 1.20 लाख लोग संर मित होंगे। आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि यह आंकड़ा इससे कहीं अधिक भी हो सकता है, क्योंकि बीते 5 दिनों में चार दिन संक्रमित मरीजों की संख्या 3 हजार का आंकड़ा पार कर चुकी है। जिस रफ्तार से संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है उसी रफ्तार से मौत के आंकड़े भी बढ़ रहे हैं। मृत्युदर 0.87 प्रतिशत पर है।
सच्चाई यह है कि संक्रमण रूकने वाला नहीं हैं क्योंकि हर स्तर पर लापरवाही जारी है। आम हो या व्यक्ति खास, या फिर पढ़े-लिखे खुद को समझदार कहने वाले व्यक्ति ही क्यों नही हर स्तर पर कहीं न कहीं कुछ न कुछ लापरवाही जारी है। मगर, एक पक्ष यह भी है कि संक्रमण चारों तरफ फैल चुका है। आपको नौकरी पर जाना है। बाजार जाना है। किराना दुकान जाना है। जहां संक्रमण है तो कैसे बचेंगे? अब तो लोगों के बीच यह भी चर्चा शुरू हो गई है ‘हमारा नंबर कब आएगा..
सोशल डिस्टेंसिंग-घर के बाहर हर व्यक्ति से 2 मीटर की दूरी बनाकर चलें ।खरीदारी के लिए अगर पांच मिनट इंतजार करना पड़े इंतजार कर लें। जरुरत पडने पर ही घर से बाहर निकलें। कोशिश करें कि हफ्तेभर की सामग्री जमा कर रखें, ताकि बार-बार बाहर जाना न पड़े।
सेनेटाइजेशन- कहीं भी जाएं सेनेटाइजर साथ रखें। घर आएं तो पूरे कपड़ों बदलें, नहाएं। कपड़ों को गरम पानी में डूबाएं तो बेहतर होगा।
आइसोलेट रखें- अगर आपने सैंपल लिया है तो खुद को पॉजिटिव मानकर चलें। खुद को आईसोलेट करके रखें, जब तक की रिपोर्ट नहीं आती।
बुजुर्गा का ख्याल रखें-घर में बड़े-बुजुर्गों का पूरा ध्यान रखें। अगर, वे किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो खास ध्यान दें। गर्भवती महिलाओं, बच्चों का भी ध्यान रखें। इन्हें बाहर न निकलने दें।