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डेंगू ने फिर पसारे पैर, एक परिवार के तीन सदस्यों सहित नौकरानी भी चपेट में

locationरायपुरPublished: Oct 02, 2018 09:47:01 am

Submitted by:

Deepak Sahu

एम्स के डॉक्टरों द्वारा की जांच में भर्ती सदस्यों के प्लेटलेट्स में भारी कमी देखने को मिली है

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डेंगू ने फिर पसारे पैर, एक परिवार के तीन सदस्यों सहित नौकरानी भी चपेट में

रायपुर . राजधानी में साफ-सफाई और जागरुकता के अभाव में डेंगू ने फिर पांव पसारना शुरू कर दिया है। गुढि़यारी के जनता कालोनी निवासी पांच सदस्यीय परिवार में तीन सदस्यों सहित नौकरानी को डेंगू हो गया है।
परिवार के मुखिया कृष्णा देवांगन को कुछ दिनों तक एम्स में इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया है, जबकि अन्य सदस्य अस्पताल में भर्ती हैं। एम्स के डॉक्टरों द्वारा की जांच में भर्ती सदस्यों के प्लेटलेट्स में भारी कमी देखने को मिली है। सभी में प्लेटलेट्स काउंट 25 हजार पहुंच गया है, जबकि सामान्य अवस्था में इसकी संख्या 1,5 से 5 लाख के बीच होती है। एेसे में सभी के इलाज में अब तक 30-40 हजार का खर्च हो चुका है, जिसके और बढऩे के कयास लगाए जा रहे हैं। लीला यादव का इलाज स्मार्ट कार्ड से करने का प्रयास किया जा रहा है।

जिले के अब तक 144 लोग पीडि़त
राजधानी के सभी 70 वार्डों सहित ब्लॉकों में अब तक 144 लोग इससे ग्रसित हो चुके हैं। ब्लॉकों में सर्वाधिक मरीज धरसींवा से 7, वहीं अभनपुर, आरंग से 2-2 और तिल्दा से 3 मरीज देखने को मिले हैं। जबकि राजधानी के सभी वार्डों में क्रमांक 2, 5, 7, 17, 42, 43, 55 में सर्वाधिक मरीज देखने को मिल रहे हैं। इसके साथ ही बीरगांव निगम में ६ और नया रायपुर में 3 मरीज देखे गए हैं। हालांकि किसी प्रकार की कैजुअल्टी नहीं देखने को मिली है।

ये हैं बीमार
71 वर्षीय कृष्णा देवांगन (71 साल)
मोनू देवांगन (36 साल)
आकृति देवांगन (9 साल)
लीला यादव (32) नौकरानी

बेटी और पिता के बाद खुद भी बीमार
परिवार के एकमात्र कमाऊ सदस्य मोनू देवांगन पेशे से नौकरी करते हैं। उनकी बेटी और पिता का इलाज एम्स में चल रहा था। इसी दौरान उन्हें भी तबीयत बिगडऩे की शिकायत हुई, इस पर डॉक्टरों ने उन्हें भी डेंगू होने की पुष्टि की।

इस पर बार-बार गुढि़यारी और टाटीबंध के चक्कर लगाने के डर से खुद भी एम्स में ही भर्ती हो गए हैं। जिससे परिवार के सभी ग्रसित सदस्य एक दूसरे की देखरेख कर सके। वहीं, परिवार की बहू के सामने असमंजस की स्थिति बन गई है, वह पति को संभाले, बेटी को या फिर ससुर को।

जांच जारी, स्थिति नियंत्रण में
मामले की गंभीरता को देखते हुए निरंतर शिविरों के माध्यम से लोगों को जागरुक करने के साथ संदिग्धों की जांच की जा रही है। स्थिति नियंत्रण में है किसी प्रकार की कैजुअल्टी अब तक नहीं देखने को मिली है।
डॉ. विमल किशोर राय, जिला मलेरिया अधिकारी, रायपुर

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