scriptये हैं दूसरों के लिए जान की बाजी लगाने वाले बहादुर बच्चे, इनके किस्से सुन गवर्नर हुए मुरीद | 6 Children Who Won the Chhattisgarh Bravery Award in 2018 | Patrika News

ये हैं दूसरों के लिए जान की बाजी लगाने वाले बहादुर बच्चे, इनके किस्से सुन गवर्नर हुए मुरीद

locationरायपुरPublished: Jan 13, 2018 04:36:34 pm

Submitted by:

Ashish Gupta

मिलिए दूसरों के लिए खुद की जान दांव पर लगाने वाले बहादुर बच्चों से। इनकी बहादुरी के किस्से सुनकर गवर्नर भी हुए मुरीद।

Brave Children of Chhattisgarh

ये हैं दूसरों के लिए जान की बाजी लगाने वाले बहादुर बच्चे, इनके किस्से सुन CM हुए मुरीद

रायपुर . राज्य बाल कल्याण परिषद ने शुक्रवार को वर्ष 2017-18 के राज्य वीरता पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। इसमें रायपुर जिले के 3 और रायगढ़, जगदलपुर व धमतरी के 1-1 बच्चे शामिल हैं। इन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए सूझबूझ व साहस से दूसरों की जान बचाई है। राज्यपाल बलरामजीदास टंडन राजधानी में आयोजित गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में इन बच्चों को सम्मानित करेंगे। पुरस्कार के रूप में इन्हें 15-15 हजार रुपए नकद, प्रशस्ति पत्र और चांदी का मेडल दिया जाएगा।

बच्ची को छत से गिरने से बचाया
रायपुर के रामसागरपारा निवासी मुकेश कुमार साहू की 9 वर्षीय बेटी खुशी साहू ने पड़ोसी की ढाई साल की बच्ची रितु को 30 फीट की ऊंचाई से गिरने से बचाया। रितु के घर में मरम्मत चल रही थी और बालकनी की छड़ निकली हुई थी। शाम को तुलसी चौरे पर दीया रखने आई खुशी ने रितु के रोने की आवाज सुनी। उसने देखा रितु की फ्रॉक छड़ में फंसी हुई थी और उसका सर छत से नीचे लटक गया था। खुशी ने तुरंत रितु के पैर पकड़कर उसे बचा लिया।

दो बच्चियों को डूबने से बचाया
रायगढ़ जिले के ग्राम पंचाधर निवासी मूकबधिर महिला कनकलता प्रधान की 7 व 5 साल की दो बेटियां तालाब में डूब रही थीं। मूकबधिर महिला इशारों से लोगों को घटना बताने की कोशिश कर रही थी। 17 वर्षीय प्रशांत सिदार पिता श्यामलाल सिदार ने महिला के इशारों को समझकर तालाब में छलांग लगा दी और एक बच्ची को बाहर निकाला। महिला ने इशारों में दूसरी बच्ची का भी लोकेशन बताया। प्रशांत उसे भी बाहर निकाल लाया।

6 फीट गहरे गड्ढे से बच्ची को निकाला
रायगढ़ जिले के ग्राम पंचाधर निवासी मूकबधिर महिला कनकलता प्रधान की 7 व 5 साल की दो बेटियां तालाब में डूब रही थीं। मूकबधिर महिला इशारों से लोगों को घटना बताने की कोशिश कर रही थी। 17 वर्षीय प्रशांत सिदार पिता श्यामलाल सिदार ने महिला के इशारों को समझकर तालाब में छलांग लगा दी और एक बच्ची को बाहर निकाला। महिला ने इशारों में दूसरी बच्ची का भी लोकेशन बताया। प्रशांत उसे भी बाहर निकाल लाया।

तालाब में कूदकर डूबते भाई को बचाया
धमतरी जिले के गाम सौगा निवासी फागराम साहू की 11 साल की बेटी खेमलता साहू ने अपने पांच साल के छोटे भाई पुष्पराज को तालाब में डूबने से बचाया। घटना के समय पुष्पराज को तालाब में डूबते देख अन्य बच्चे चिल्लाते हुए भाग गए। पास के हनुमान मंदिर में पूजा कर रही खेमलता ने भाई को डूबने की बात सुनी तो वहां पहुंचकर तालाब में छलांग लगा दी। उसने भाई को सुरक्षित बाहर निकाला और अस्पताल ले गई।

भंवर में फंसे दोस्त की जान बचाई
रायपुर के रितिक साहू और झगेन्द्र साहू ने नदी के भंवर में फंसे दोस्त की जान बचाई। 29 जुलाई 2017 को शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला विवेकानंद नगर के 7वीं में पढऩे वाले कुछ छात्र खारून नदी एनीकट की ओर घूमने गए थे। नहाते समय साहिल और आकाश भंवर में फंस गए। आकाश को बचाने रितिक व झगेन्द्र नदी में कूद गए और आकाश को बचा लिया। साहिल नहीं बच पाया था।

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