शिविर में इलाज के बाद 6 बकरियों की हुई मौत
रायपुरPublished: Dec 15, 2019 11:43:46 pm
सुपेबेड़ा में पशु विभाग द्वारा लगाए गए शिविर के एक दिन बाद गांव में 6 बकरियों की मौत होने से हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई।
शिविर में इलाज के बाद 6 बकरियों की हुई मौत
देवभोग. सुपेबेड़ा में शनिवार को पशु विभाग द्वारा लगाए गए शिविर के एक दिन बाद गांव में 6 बकरियों की मौत होने से हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई। शिविर के कुछ ही घंटों बाद जहां तीन बकरियों की मौत हो गई।
वहीं उसके अगले दिन रविवार को तीन बकरियों ने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। बकरियों की अचानक हुई मौत के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने पशु विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है।
गांव के त्रिलोचन सोनवानी, महेन्द्र मसरा ने बताया कि शनिवार को गांव में राष्ट्रीय सेवा योजना अंतर्गत आयोजित शिविर में पशु चिकित्सा विभाग द्वारा पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया था। आयोजन के दौरान सुपेबेड़ा के 63 गायवंशीय के साथ ही 13 भेड़ बकरियों का इलाज किया गया। ग्रामीणों का कहना है कि इलाज के दौरान पशु चिकित्सकों द्वारा लापरवाही बरती गई।
लापरवाही का परिणाम उसी दिन कुछ ही घंटों में दिखनी शुरू हो गई। शिविर से इलाज करवाकर लौटी तीन बकरियों ने कुछ ही घंटों में दम तोड़ दिया। वहीं 4 से 5 गायों की हालत भी बिगडऩे लगी थी। सुपेबेड़ा पहुंचे पशु विभाग के विभीषण कश्यप ने बताया कि बकरियों को बी काम्पलैक्स का इंजेक्शन लगाया गया था। यह इंजेक्शन मवेशियों को ताकत के लिए लगाया जाता है। वहीं अचानक बकरियों के मौत होने के सवाल पर पशु विभाग के जिम्मेदारों ने चुप्पी साधते हुए सर्जन द्वारा ही मामले की जानकारी दे पाने की बात कही।
एक ही निडिल से लगा रहे थे इंजेक्शन
ग्रामीण त्रिलोचन सोनवानी, महेन्द्र मसरा ने बताया कि एक कर्मचारी ने एक ही निडिल में तीन बकरियों को इंजेक्शन लगाया। इस संबंध में पूछने पर संबंंिधत कर्मी घबरा गया। इसके बाद विभाग के विभीषण कश्यप द्वारा संबंधित कर्मी से दूसरा निडिल लाने की बात कही गई। इसके बाद दूसरा निडिल लाकर बकरियों को इंजेक्शन लगाना शुरू किया।
छोटी व बड़ी आंत को भेजा लैब
नाराज ग्रामीणों ने गांव में ही पीएम करवाने की मांग भी रखी। जिसके बाद गरियाबंद से सर्जन की टीम बुलाई गई। गरियाबंद से आए सर्जन डॉ. तमेश ने बताया कि मृत बकरियों का पीएम किया गया है। सर्जन के मुताबिक प्रथम दृष्टतया पाईजिनिंग का केस होने की संभावना दिख रही है। वहीं लीवर का कलर भी परिवर्तित होने की बात सर्जन द्वारा कही गई। उन्होंने बताया कि लीवर, किडनी, छोटी आंत और बड़ी आंत के अंश को जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है। वहीं जांच के बाद ही मामले की पूरी तस्वीर साफ होगी।