समस्या है तो साझा करें
कोरोना काल बुजुर्गों के लिए अपेक्षाकृत अधिक चुनौतीपूर्ण रहा है। ऐसे में मोबाइल फोन या टेक्नोलॉजी से जुड़ना चाहिए और अपने दोस्तों और परिजनों से लगातार संपर्क में रहें। आसपास के लोगों से मिलकर रहें। समस्या है तो साझा करें।
स्टूडेंट साथी या टीचरों से सलाह लें
स्टूडेंट अपने टीचरों या दोस्तों से समस्याएं साझा कर सकते हैं। यदि कक्षाएं ऑनलाइन चल रही हों तो क्लास के बाद अपने साथी या टीचरों से सलाह लें। इसके अलावा उन्हें अपने उठने से लेकर खाने, पढ़ने, सोने तक का समय निर्धारित कर उसे फॉलो करने पर ध्यान देना चाहिए।
घर में सहयोग करें
अधिकांश घरों में महिलाएं ही घर के काम करती हैं और वे खुद के लिए समय नहीं निकाल पाती हैं। अगर घर पर हैं तो उनकी मदद करें। उनकी मदद होगी, अच्छा लगेगा और तनाव भी कम होगा।
वर्कप्लेस का माहौल बदलें
वर्कप्लेस पर अपने साथियों, जूनियर्स व बॉस से अनौपचारिक बात करें। उन्हें परेशानी बताएं। घर और ऑफिस की समस्याओं को अलग-अलग रखें।
ट्रैवलिंग भी आसान उपाय
तनाव दूर करने के लिए ट्रैवलिंग भी आसान उपाय है। लेकिन इस दौरान गैजेट्स से दूर रहें। प्रकृति के पास जाएं। वहां के कल्चर और खानपान को जानें।
स्क्रीन फ्रेंडली बनें
टीवी या ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अपने पसंदीदा कार्यक्रम, फिल्में या शो सीमित समय में देखें। खबरें देखते हैं तो उनकी पुष्टि भी करें।