मगर अभी 500 से अधिक छात्र फंसे हुए हैं, जिन्हें लाने की कवायद जारी है। रायपुर के कारोबारी राकेश अग्रवाल का बच्चा भी रूस में फंसा हुआ था। ‘ पत्रिका’ से बातचीत में उन्होंने बताया मैंने कुछ परिजनों के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह से मुलाकात कर हालात की जानकारी दी। इसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय से संपर्क किया गया। सभी के सहयोग से बच्चों की वापसी शुरू है। जानकारी के मुताबिक रायपुर, बिलासपुर की तुलना में अंबिकापुर, बलरामपुर और सूरजपुर के ज्यादा छात्र हैं। कुछ अभिभावकों ने बताया कि रूस में लॉकडाउन जैसी स्थिति नहीं है। सब कुछ ओपन है। आप अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कहीं भी आ जा सकते हैं। यही खतरा बना हुआ है।