रायपुर

ऑक्सीजोन के लिए तोड़ी 70 दुकानें तो भड़के व्यापारी, पूछा – इससे कितना घटेगा प्रदूषण

ऑक्सीजोन बन जाने के बाद कितना घटेगा प्रदूषण

रायपुरFeb 14, 2018 / 05:19 pm

Deepak Sahu

रायपुर . राजधानी में आक्सीजोन के निर्माण के लिए खालसा स्कूल के सामने की 70 दुकानें तोड़ी गई थी। व्यापारियों ने दूकानें टूटने के बाद पर्यावरण संरक्षण मंडल, नगर निगम आयुक्त व कलक्टर रायपुर से ऑक्सीजोन का प्रदूषण लेबल जांच कर प्रमाण पत्र मांगा था, लेकिन 8 जनवरी को किए गए आवेदन के बाद भी व्यापारियों को किसी भी विभाग से प्रदूषण जांच कर प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया है।
व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन की महती योजना सम्मानीय है, लेकिन इसका कितना लाभ आम जनता को मिल पाएगा यह जानना हर व्यक्ति का अधिकार है। यह तभी संभव हो पाएगा, जब वर्तमान के प्रदूषण स्तर और विकसित ऑक्सीजोन का प्रदूषण स्तर माप कर दोनों की समीक्षा की जाए।
इसलिए जांच करवाना चाहते हैं व्यापारी : व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन ने ऑक्सीजोन के लिए तकरीबन 250 लोगों को विस्थपित किया है और 70 दुकानें तोड़ी है। इसके बाद भी क्या शहर के लोगों को शुद्ध वायु मिल पाएगी। इसकी जांच होना जरूरी है। व्यापारी चाहते हैं कि वर्तमान में और जब ऑक्सीजोन पूरी तरह से डवलप हो जाए तब के प्रदूषण लेबल का मिलान विभाग को करना चाहिए।
पर्यावरण मंडल के अधिकारी नहीं दे रहे जवाब
व्यापारियों ने आवेदन करके खालसा स्कूल के पास का प्रदूषण लेबल जांच करके प्रमाण पत्र मांगा था। जब एक माह बीतने के बाद पर्यावरण विभाग द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया तब व्यापारियों ने फिर से विभाग से इस संबंध में जानकारी ली, जिसमें पर्यावरण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी ने रिपोर्ट देने से इंकार कर दिया है।
किसी भी के कहने पर किसी निश्चित स्थान का प्रदूषण स्तर नहीं मापा जा सकता है। शहर के कई जगहों पर मापक यंत्र लगा है जो एरिया के आधार पर ही प्रदूषण मापता है।
एपी सावंत, जनसंपर्क अधिकारी, क्षेत्रीय कार्यालय प्रदूषण मंडल, कबीर नगर
हम व्यापारियों को यह जानने का अधिकार है कि जिस योजना के लिए हमारे रोजगार छीने गए, उससे कितना लाभ शहर को मिलेगा, इसके लिए वर्तमान प्रदूषण जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करनी चाहिए।
तनवंत सिंह छाबड़ा, व्यापारी

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