जंगल झाड़ी का आड़ लेकर भाग गए. दोनों ओर से लगभग एक से डेढ़ घंटे तक मुठभेड़ चली मुठभेड स्थल पर जगह-जगह पर खून के धब्बे एवं घसीटने के निशान दिखाई दिये जिससे मुठभेड़ में कई अन्य नक्सलियों को भी गोली लगने की आशा है. मुठभेड़ में मारे गए पर अधाधुंध फायरिंग कर दिया.की पहचान हड़मा उर्फ सनक निवासी गडगडा याना भेजी क्षेत्ररूप में है.
2003 में हुआ था नक्सल संगठन में भर्ती
साल 2003 में माओवाद संगठन में भर्ती हुआ और साल 2006 तक DVCM विजय के साथ काम किया.
साल 2006 से 2009 तक कंपनी नंबर 3 में ACM के पद पर कार्य किया.
साल 2009 से 2015 तक दक्षिण बस्तर बटालियन नंबर 1 में प्लाटून 1 का कमांडर और कंपनी 1 का डिप्टी कमांडर बनकर काम किया.
साल 2016 में बस्तर डिवीजन कंपनी नंबर 6 का कमांडर बना.
साल 2016 से अब तक माड़ डिवीजन DVCM के पद पर सक्रिय था.
इन बड़ी घटनाओं में था शामिल
साल 2007 में एर्राबोर इलाके में सर्चिंग पर निकले जवानों पर फायरिंग करने की घटना में शामिल था. इस घटना में करीब 24 जवान शहीद हुए थे.
साल 2007 में ही तारलागुड़ा इलाके में सर्चिंग पर निकले जवानों पर फायरिंग करने की घटना में शामिल था. इस घटना में कुल 12 जवान शहीद हुए थे.
साल 2009 में चिंतागुफा इलाके में CRPF पार्टी पर हमला किया था, इस हमले में 10 जवान शहीद और 16 जवान घायल हुए थे.
साल 2009 में ही इंजरम इलाके में ट्रैक्टर को IED ब्लास्ट कर उड़ाने की घटना में शामिल था. इसमें ट्रैक्टर में सवार 7 जवानों समेत 4 ग्रामीणों की मौत हुई थी.
साल 2021 में जगरगुंडा में घात लगाकर जवानों पर हमला किया था, इस घटना में 12 जवानों की शहादत हुई थी.