बुजुर्ग को 29 जून को कोविड 19 टेस्ट में पॉजिटिव आने के बाद 2 जुलाई को एम्स में भर्ती किया गय था। चिकित्सकों की निरंतर निगरानी में आईसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार इलाज किया गया। 8 जुलाई को दो सैंपल नेगेटिव आने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। डिस्चार्ज होने के बाद वह प्रसन्न थे और उन्होंने चिकित्सकों का धन्यवाद दिया। एम्स के निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरक ने कहा है कि आंकड़ों के अनुसार कोविड-19,60 वर्ष से अधिक उम्र के मरीजों केलिए अधिक घातक होता है। फिर भी एम्स से इस आयु वर्ग के कई रोगी ठीक होने के बाद डिस्चार्ज हो चुके हैं।