12 तक की किताबों में शामिल करने योजना-
राज्यभाषा आयोग के अफसरों की मानें तो अभी स्कूल शिक्षा की पाठ्य पुस्तकों में राज्यगीत शामिल हो जाए, इसके बाद माध्यमिक शाला और उच्चतर माध्यमिक शाला की किताबों में भी शामिल करवाएंगे। मानक शब्दों के चयन के लिए कमेटी भी गठित की जाएगी।जुलाई से शुरू हो जाती किताबों बनाने की–
प्राथमिक स्कूलों की किताबों की सामग्री एससीईआरटी तय करते हुए, इसे मुद्रण के लिए पाठ्य पुस्तक निगम को भेजता है। यह प्रक्रिया जुलाई में ही शुरू हो जाती है।जनवरी तक मुद्रण (प्रिटिंग) का काम पूरा हो जाता है, जो इस साल थोड़ा देरी से चल रहा है। इसके बाद बाइंडिंग और फिर संकुल स्तर तक पहुंचाने के बाद, जुलाई से किताबों का वितरण शुरू हो जाता है।क्या कहते हैं अफसर-
शासन से प्राप्त दिशा-निर्देश के बाद एससीईआरटी को राज्यगीत को पाठ्य पुस्तकों में प्रकाशित करने के लिए काफी पहले पत्र लिखा जा चुका है। छात्र को प्राथमिक शाला से ही अपने राज्यगीता का ज्ञान होना चाहिए।