scriptफार्चून मेटालिक के डायरेक्टरों के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज | A case of human trafficking filed against the directors of Fortune Me | Patrika News

फार्चून मेटालिक के डायरेक्टरों के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज

locationरायपुरPublished: Oct 18, 2019 01:09:58 am

Submitted by:

lalit sahu

धरसींवा फैक्ट्री से मजदूर को दक्षिण अफ्रीका भेजकर जब्त कर लिए पासपोर्ट
दक्षिण अफ्रीका से लौटे कर्मचारी ने विदेश मंत्रालय में की थी शिकायत
 

फार्चून मेटालिक के डायरेक्टरों के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज

फार्चून मेटालिक के डायरेक्टरों के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज

रायपुर. धरसींवा इलाके में संचालित इस्पात कंपनी के डायरेक्टरों के खिलाफ पुलिस ने मानव तस्करी का अपराध दर्ज किया है। आरोपियों ने रायपुर से एक कर्मचारी को दक्षिण अफ्रीका भेजा था। इसके बाद उसके सभी दस्तावेज रख लिए और पैसा भी नहीं दिया। किसी तरह उनके चंगुल से बचकर घर पहुंचने के बाद पीडि़त ने विदेश मंत्रालय में मामले की शिकायत की थी। शिकायत के बाद विदेश मंत्रालय ने रायपुर पुलिस को पत्र लिखकर कार्रवाई के लिए कहा था।
पुलिस के मुताबिक ग्राम कपसदा स्थित मेसर्स फार्चून मेटालिक प्राइवेट लिमिटेड में मई २०१८ में उत्तराखंड के काशीनगर निवासी प्रेम सिंह ने उत्तरप्रदेश के साहिबाबाद में पवन ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड के एमडी एसएन गर्ग उर्फ पवन गर्ग से नौकरी के लिए संपर्क किया। पवन ने फार्चून मेटालिक के डॉयरेक्टर अश्वनी गोयल और इसी कंपनी के दक्षिण अफ्रीका ब्रांच के डायरेक्टर गौरव बंसल से संपर्क कराया और उसकी नौकरी की बात की। इसके बाद प्रेम सिंह को रायपुर में फोरमेन के रूप में नियुक्त किया गया। करीब ६ माह रायपुर में काम करने के बाद उन्हें दक्षिण अफ्रीका के जोहांसबर्ग में भेजा गया। प्रेम सिंह के विदेश जाने की पूरी तैयारी अश्वनी ने की और वीजा सहित सभी दस्तावेज तैयार करवाया गया। इसके बाद सादे कागज में उससे हस्ताक्षर करवाए गए। इसके बाद प्रेम को जोहांसबर्ग भेज दिया गया।

जवाब नहीं दे पाए
पुलिस ने कंपनी संचालकों से मामले से विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी मांगी थी। पखवाड़े भर बाद भी कंपनी अपना जवाब पुलिस को नहीं दे पाई थी। इसके चलते पुलिस ने कंपनी के डायरेक्टर के खिलाफ धारा ३७०, उत्प्रवास अधिनियम १९८३ के तहत धारा १०, २४ और २५ के तहत भी अपराध दर्ज किया है। उल्लेखनीय है कि कंपनी में आधा दर्जन से अधिक डायरेक्टर हैं।

पासपोर्ट जब्त कर लिया, वेतन नहीं दिया
प्रेम सिंह से जोहांसबर्ग में कंपनी बिना अवकाश दिए लगातार काम ले रही थी। उनकी तनख्वाह डेढ़ लाख रुपए थी, लेकिन उसे नहीं दिया जा रहा था। इसी तरह खाने-पीने की व्यवस्था भी नहीं थी। प्रेम सिंह ने पैसा मांगा, तो आरोपियों ने इससे इनकार कर दिया। साथ उनके वीजा व अन्य दस्तावेज जब्त कर लिए। किसी तरह प्रेम सिंह वहां से मुंबई पहुंचे और फिर अपने घर गए। इसके बाद उन्होंने मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर में कबूतरबाजी और मानव तस्करी करके प्रताडि़त करने की शिकायत की। इसकी जांच के बाद रायपुर पुलिस को मिनिस्ट्री ने जांच व आगे की कार्रवाई के लिए कहा था।

190 मजदूर और कर्मचारी हैं विदेश में
फार्चून मेटालिक के साउथ अफ्रीका ब्रांच में १९० मजदूर-कर्मचारी हैं, जो उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, दिल्ली आदि के हैं। छत्तीसगढ़ से एक भी कर्मचारी नहीं हैं। पुलिस ने अपराध दर्ज करने के बाद कंपनी के संचालकों से पूछताछ शुरू कर दी है। उनसे डायरेक्टरों की पूरी जानकारी मांगी है।
धरसींवा टीआई नरेंद्र बंछोर ने कहा कि विदेश मंत्रालय से मिली शिकायत के आधार पर मामले की जांच की गई है। कंपनी के डायरेक्टर पर अपराध दर्ज किया गया है। सभी डायरेक्टरों की जानकारी मांगी गई है।

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