30 हाथियों के दल से बिछड़ा शावक हुआ बीमार, रेस्क्यू करने पहुंची टीम ने शुरू किया उपचार
रायपुर। गरियाबंद के कुकरागांव में उत्पात मचाकर ओडिशा की ओर रवाना हुए 30 हाथियों के दल से शावक बिछडकर घायल हो गया। ग्रामीणों की सूचना पर वन अधिकारियों ने गांव पहुंचकर शावक को पकडऩे की कोशिश की, लेकिन सफलता हासिल नहीं कर सके।
शावक का रेस्क्यू करके उसका उपचार किया जा सके, इसलिए रायपुर से एक्सपर्ट और तमोरपिंगला अभ्यारण्य से महावतों को वन अफसरों ने गुरुवार को बुलाया। एक्सपर्ट और महावतों ने शावक का रेस्क्यू करके उसका उपचार शुरू कर दिया है। शावक के मुंह में संक्रमण पाया गया है।
दो दिन पहले दिखा था ग्रामीणों को
कुकरागांव के जंगलों में रेस्क्यू किए गए शावक मंगलवार की रात को ग्रामीणों को दिखा था। जंगल में हाथियों की आवाज आने से ग्रामीण उस तरफ नहीं गए। बुधवार की दोपहर को फिर जंगल से लगे खेतों के पास शावक दिखा तो ग्रामीणों ने वन अफसरों को सूचना दी।
हालत अभी स्थिर
वन विभाग के डॉक्टरों ने बताया कि दवा देने के बाद शावक की हालत स्थिर है। शावक को तमोरा पिंगला ले जाने की तैयारी वन अधिकारी कर रहे हैं, ताकि उसका अच्छे तरीके से उपचार हो सके। गरियाबंद के वनकर्मियों के अलावा रायपुर और तमोरा पिंगला अभ्यारण्य के महावतों की टीम शावक की देख रेख में लगी हुई है। मामलें में उदंती सीतानदि टाइगर रिजर्व के एसडीओ का कहना है कि शावक का रेस्क्यू विशेषज्ञों और महावतों ने कर लिया है। शावक के मुंह में संक्रमण था, जिस वजह से वो बीमार हुआ है। अभी उसका इलाज किया जा रहा है।