LPG Cylinder Insurance Policy: अगर एलपीजी गैस सिलेंडर फटने से हुआ है हादसा, तो मिलेगा 50 लाख रुपए तक का मुआवजा
- 50 लाख रुपए तक का यह इंश्योरेंस एलपीजी सिलेंडर से गैस लीकेज या ब्लास्ट के चलते दुर्भाग्यवश हादसा होने की स्थिति में आर्थिक मदद के तौर पर
रायपुर
Published: January 25, 2022 09:11:01 pm
गैस का रिसाव होने पर आग लगने के साथ सिलेंडर फटने का हमेशा खतरा बना रहता है। घरेलू रसोई गैस सिलेंडर फटने की हर साल कई घटनाएं सामने आती हैं। इसमें कई लोगों की जान भी चली जाती है। ऐसे में जरूरी है कि हमें पता हो कि एलपीजी इस्तेमाल करते हुए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए और किसी प्रकार की दुर्घटना होने पर क्या किया जाना चाहिए। साथ ही यह भी पता होना चाहिए कि यदि एलपीजी गैस सिलेंडर फट जाता है या गैस लीक होने की वजह से बड़ा हादसा हो जाता है तो आपके एक ग्राहक होने के नाते क्या अधिकार हैं। लेकिन बहुत लोगों को नहीं पता कि गैस सिलेंडर से किसी प्रकार के हादसा होने पर इंश्योरस कवर मिलता है। बता दें तेल विपणन कंपनियां और यहां तक की डीलर ग्राहकों को पर्सनल एक्सीडेंट कवर उपलब्ध कराती है।

LPG Cylinder Insurance Policy: अगर एलपीजी गैस सिलेंडर फटने से हुआ है हादसा, तो मिलेगा 50 लाख रुपए तक का मुआवजा
- जानते हैं ग्राहक को कितना मुआवजा मिलता है
एलपीजी यानी रसोई गैस कनेक्शन लेने पर पेट्रोलियम कंपनियां ग्राहक को पर्सनल एक्सीडेंट कवर उपलब्ध कराती हैं। 50 लाख रुपए तक का यह इंश्योरेंस एलपीजी सिलेंडर से गैस लीकेज या ब्लास्ट के चलते दुर्भाग्यवश हादसा होने की स्थिति में आर्थिक मदद के तौर पर हंै। इस बीमा के लिए पेट्रोलियम कंपनियों की बीमा कंपनियों के साथ साझेदारी रहती है। डीलर डिलीवरी से पहले चेक करें कि सिलेंडर बिल्कुल ठीक है या नहीं। ग्राहक के घर पर एलपीजी सिलेंडर की वजह से हादसे में हुए जान-माल के नुकसान के लिए पर्सनल एक्सीडेंट कवर देय है। हादसे में ग्राहक की प्रॉपर्टी/घर को नुकसान पहुंचता है तो प्रति एक्सीडेंट 2 लाख रुपए तक का इंश्योरेंस क्लेम मिलता है। - जानिए गैस सिलेंडर पर कैसे मिलेगा 50 लाख का क्लेम
दुर्घटना के बाद क्लेम लेने का तरीका सरकारी वेबसाइट मायएलपीजी.इन (https://www.mylpg.in/) पर दिया गया है। वेबसाइट के मुताबिक एलपीजी कनेक्शन लेने पर ग्राहक को उसे मिले सिलेंडर से यदि उसके घर में कोई दुर्घटना होती है तो वह व्यक्ति 50 लाख रुपए तक के बीमा का हकदार हो जाता है। - एक दुर्घटना पर अधिकतम 50 लाख रुपए तक का मुआवजा मिल सकता है। दुर्घटना से पीडि़त प्रत्येक व्यक्ति को अधिकतम 10 लाख रुपए की क्षतिपूर्ति दी जा सकती है।
- एलपीजी सिलेंडर एलपीजी के बीमा कवर पाने के लिए ग्राहक को दुर्घटना होने की तुरंत सूचना नजदीकी पुलिस स्टेशन और अपने एलपीजी वितरक को देनी होती है.
- ऑयल विपणन कंपनियां जैसे इंडियन ऑयल, एचपीसी तथा बीपीसी के वितरकों को व्यक्तियों और संपत्तियों के लिए तीसरी पार्टी बीमा कवर सहित दुर्घटनाओं के लिए बीमा पॉलिसी लेनी होती है।
- ये किसी व्यक्तिगत ग्राहक के नाम से नहीं होतीं बल्कि हर ग्राहक इस पॉलिसी में कवर होता है। इसके लिए उसे कोई प्रीमियम भी नहीं देना होता।
- एफआईआर की कॉपी, घायलों के इलाज के पर्चे व मेडिकल बिल तथा मौत होने पर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और डेथ सर्टिफिकेट संभाल कर रखें।
- इस बात विशेष ध्यान रखें
गैस सिलेंडर से हादसा होने की स्थिति में सबसे पहले पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करानी होती है। इसके बाद संबंधित एरिया ऑफिस जांच करता है कि हादसे का कारण क्या है। अगर हादसा एलपीजी एक्सीडेंट है तो एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर एजेंसी/एरिया ऑफिस बीमा कंपनी के स्थानीय ऑफिस को इस बारे में सूचित करेगा। इसके बाद संबंधित बीमा कंपनी को क्लेम फाइल होता है। ग्राहक को बीमा कंपनी में सीधे क्लेम के लिए आवदेन करने या उससे संपर्क करने की जरूरत नहीं होती।
- एलपीजी सिलेंडर का इस्तेमाल करने से पहले इन बातों का जरूर रखें ध्यान
- गैस नली के साथ रबर ट्यूब बदलें। सुरक्षा नली अग्निरोधी हैं, इसलिए ज्यादा सुरक्षित है और लेकिन इसका इस्तेमाल 5 साल तक ही करें। खाना पकाते समय सूती कपड़ें पहने।
- लीक की जांच करने के लिए जलती माचिस की तीली का प्रयोग न करें। एक आसान तरीका है, कि कुछ सेकंड के लिए सिलेंडर वाल्व पर अंगूठा रखे, रिसाव के मामले में आप रिसने वाली गैस का दबाव महसूस कर सकते हैं। साबुन के घोल को डाट / लीक के लिए केवल जांच के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
- पहले माचिस की तीली जलाए, फिर बर्नर नॉब को खोलें।
- गैस लीक होने की स्थिति में रेग्युलेटर और बर्नर नॉब्स को बंद करें। सभी दरवाजे और खिड़कियां खोल दें। बिजली के स्विच ऑन ना करें। तुरंत डिस्ट्रीब्यूटर से संपर्क करें।
- सिलेंडर से जुड़ी नायलॉन धागे के साथ सुरक्षा कैप को संभाल कर रखें। यदि कोई हो रिसाव हैं तो रोकने के लिए वाल्व पर कैप लगा दें।
- कभी भी बर्तन को, जलते बर्नर पर ना छोड़ें। उबाल आने पर लौ बुझ सकती हैं और गैस रिसाव का कारण बन सकता है। गैस स्टोव हमेशा सिलेंडर से ऊपर प्लेटफॉर्म पर रखें।
- रात को सोते समय रेग्यूलेटर जरूर बंद कर दें। बच्चों को एलपीजी लगी जगह पर खेलने की अनुमति न दें।
- एलपीजी लगाने के बाद से हर दो साल में जांच करवाएं। साथही सिलेंडर की एक्सपाइरी डेट भी जरूर चेक करें।

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