मजदूरी नहीं मिली तो आया गुस्सा
उप स्वास्थ्य केंद्र के पीछे आरोपी का गैरेज है। आरोपी मजदूरी से लेकर नल फिटिंग का काम करता था। धर्मेंद्र ने मृतका योगमाया के घर पाइप फिटिंग का काम किया था। इसकी मजदूरी उसे नहीं मिली थी। आरोपी ने पुलिस को बताया कि जब भी वह मृतका के घर मजदूरी मांगने जाता था, परिवार वाले आज-कल कहकर टाल देते थे।आरोपी जहां-जहां काम करता था, वहां चोरी भी करता था। दुकानदार उसे काम से निकाल देते थे। चोरी छोटी होने के कारण उसकी शिकायत भी नहीं करते थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पहले राउंड में आरोपी धर्मेन्द्र ने सभी पर कुल्हाड़ी से वार किया था। इससे योगमाया व उनके बेटे कुणाल व तन्मय की मौत हो गई थी। पति चेतन बेहोश पड़ा हुआ था। आरोपी ने घर में रखे फावड़े से एक बार फिर चारों पर ताबड़तोड़ वार किया। दूसरे राउंड में चेतन साहू की मौत हुई।
पुलिस ने हर एंगल पर किया फोकस
हत्या के बाद पुलिस ने अलग-अलग पहलुओं पर जांच प्रारंभ की। घर में कीमती सामान रखे होने के कारण पुलिस इसे लूट व चोरी का मामला नहीं मान रही थी, लेकिन जब पुलिस को पता चला कि मृतका व मृतक के मोबाइल, जेवरात, नकदी घर पर नहीं हैं, तो साइबर सेल के माध्यम से लोकेशन का पता किया। लोकेशन गांव के आसपास ही बता रहा था।
पुलिस ने ऐसे किया खुलासा
इसके बाद पुलिस ने गांव के 100 से अधिक लोगों से पूछताछ कर उनके मोबाइल लोकेशन की जांच की। इधर, इस घटना के बाद कहीं न कहीं आरोपी को चोट आई होगी। इस पहलु पर भी पुलिस ने जांच की। इस मामले में पुलिस ने कर्नाटक व महाराष्ट्र की भी मदद ली। कई टीमों को अन्य प्रदेशों में भेजा गया था। जांच के दौरान पुलिस ने संदेही युवक किशनपुर के धर्मेन्द्र बरिहा को हिरासत में लिया। कड़ी पूछताछ के बाद आरोपी ने अपराध स्वीकारा। आरोपी के शरीर में चोट के निशान भी थे।
चोरी की नीयत से घुसा और कर दी हत्या
आरोपी धर्मेंद्र बरिहा बुधवार-गुरुवार की रात करीब 2-3 बजे दीवार फांदकर एएनएम योगमाया साहू के घर प्रवेश किया। साथ में कुल्हाड़ी लेकर पहुंचा था। अलमारी खोलते समय आवाज आने पर मृतक चेतन साहू की नींद खुल गई। दोनों के बीच हाथापाई भी हुई। आरोपी ने कुल्हाड़ी से चेतन पर वार कर दिया। चेतन बेहोश होकर जमीन पर गिर गया। आवाज सुनकर योगमाया बाहर आई तो उस पर भी कुल्हाड़ी से हमला कर दिया।
मासूम बेटा तन्मय आया तो उसे भी उतार दिया मौत के घाट
एक वार से योगमाया की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी। इसके बाद उसका बड़ा बेटा तन्मय बाहर आया तो उसे भी मौत के घाट उतार दिया। आरोपी घर के सभी सदस्यों को जानता था, छोटा बेटा जब नहीं दिखा, तो वह कमरे के अंदर गया। कुणाल छिपा हुआ था, उसकी भी कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी हाथ धोया और सामने गेट पर ताला लगाकर वहां से निकल गया।