झांसे में आकर गोलू ने कमल को 3 लाख रुपए दिए थे। गोलू से कमल ने रकम लेने का नोटरी कराई, जिसमें उसने घरेलु उपयोग के लिए पैसे लेने का उल्लेख किया। गोलू ने नौकरी लगाने के नाम पर पैसे लेने की बात कही तो उसने सीधे नौकरी लगाने के नाम पर पैसे नहीं ले पाने की जानकारी दी। समय बीतने पर नौकरी नहीं ली तो गोलू ने उससे पैसे वापस करने के लिए कहा। कमल ने उसे 3 लाख का चेक थमाया, जिसे बैंक में जमा करने पर वह बाउंस हो गया। इसके बाद भी गोलू को उसने आजकल में रकम वापस कर टालमटोल करता रहा। शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया था।
जांच में पता चला 8 लोगों से की ठगी
जांच में पुलिस को पता चला कि आरोपी कमल ने नौकरी लगाने के नाम पर ग्राम पचपेड़ी निवासी ईश्वर महिलांगे, ग्राम नेवारी निवासी गोपी डहरिया, हरिशकर डहरिया , महेन्द्र लास्कर समेत 8 लोगों से 16 लाख रुपए की ठगी की है। आरोपी पूछताछ में आरोपी ने ठगी की रकम को खर्च करने की बात कही। पुलिस ने शनिवार रात मोबाइल लोकेशन के आधार पर पकड़ा। आरोपी के कब्जे से मोबाइल और अलग-अलग कंपनियों के सिमकार्ड जब्त किए गए हैं। आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया है।