रायपुर

सुपरवाइजर से साढ़े 26 लाख रुपए ठगने वाले आरोपी फरार होने के बजाय कर बैठे ये बड़ी गलती

स्टील कारोबारी के सुपरवाइजर से उठाईगिरी का मामला, पुलिस का दावा-मिले हैं अहम सुराग .

रायपुरNov 17, 2019 / 09:23 pm

CG Desk

सुपरवाइजर से साढ़े 26 लाख रुपए ठगने वाले आरोपी फरार होने के बजाय कर बैठे ये बड़ी गलती,सुपरवाइजर से साढ़े 26 लाख रुपए ठगने वाले आरोपी फरार होने के बजाय कर बैठे ये बड़ी गलती

रायपुर। स्टील कारोबारी के सुपरवाइजर से साढ़े 26 लाख रुपए की ठगी करने वाले बदमाश आउटर की सड़कों से भागने के बजाय कुशालपुर होते हुए शहर के भीतर ही घुसे हैं। पुलिस का दावा है कि आरोपी शहर से नहीं निकले हैं। भीतर ही कहीं छुपे हैं। दूसरी ओर पुलिस की टेक्नीकल टीम अब तक 500 मोबाइलों की डिटेल खंगाल चुकी है, लेकिन आरोपियों के बारे में कुछ पता नहीं चला है। भीड़भाड़ इलाका होने के कारण घटना के समय हजारों मोबाइल एक्टीव थे। उनमें से संदिग्ध नंबर को ढूंढना और पहचान करने में काफी दिक्कत हो रही है। हाईप्रोफाइल मामला होने के कारण 50 से ज्यादा पुलिस जवानों को इसमें लगा दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को नंदन स्टील एंड पॉवर लिमिटेड के सुपरवाइजर धीरेंद्र मिश्रा अपनी दोपहिया की डिक्की में 26 लाख 50 हजार रुपए लेकर वॉलफोर्ट सिटी जा रहे थे। इसी दौरान सुंदर नगर में दो बदमाशों ने क्राइम ब्रांच का जवान बनकर उन्हें रोका और झांसा देकर नोटों से भरा बैग लेकर फरार हो गए। आरोपियों का अब तक पता नहीं चल पाया है।
शहर में ही होने का दावा
पुलिस का दावा है कि ठगी करने वाले रायपुर शहर में ही है। बाहर नहीं निकल पाए हैं। रविवार को पुलिस ने रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी कैमरों की जांच की। इसमें संदेही बाइक सवार नजर नहीं आए। हालांकि एयरपोर्ट और बस स्टैंड के सीसीटीवी कैमरों की पूरी जांच नहीं हो पाई है। पुलिस अफसरों का मानना है कि ठगी करने वाले अगर शहर से भागना चाहते, तो घटना स्थल से कुछ ही दूरी पर रिंग रोड नंबर-1 है। इसके जरिए आरोपी टाटीबंध चौक या तेलीबांधा की ओर फरार हो सकते थे, लेकिन कुशालपुर से फिर शहर के भीतर ही क्यों घुस गए।
कंपनी के कर्मचारियों से पूछताछ
पुलिस ने सीसीटीवी और कॉल डिटेल के लिए दो डीएसपी स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में दो टीम बनाई है। दोनों समता कॉलोनी से लेकर सुंदर नगर तक के सीसीटीवी कैमरे और घटना के समय एक्टीव मोबाइल नंबरों की पड़ताल में लगे हैं। पुलिस की एक टीम कंपनी केअधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है।
भिलाई-राजनांदगांव से मांगी जानकारी
रायपुर पुलिस भिलाई और राजनांदगांव में पिछले दिनों हुई इसी तरह की वारदात का अध्ययन कर रही है। दोनों अपराध और रायुपर में हुइ्र ठगी तीनों का तरीका एक जैसा है। इस कारण पुलिस अफसरों को तीनों मामलों को एक ही गिरोह से जोड़कर देख रही है। इसका खुलासा आरोपियों के पकड़े जाने के बाद होगा।

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