मैनपुरकला नदी पर पुल निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे किया जाम
रायपुरPublished: Dec 04, 2022 04:17:06 pm
सरपंच कमला बाई नागेश ने बताया कि मैनपुरकला नदी पर रपटा के बह जाने के बाद चार चक्का वाहनों का आना-जाना तो पूरी तरह बंद हो गया है। दोपहिया वाहन बमुश्किल निकल पा रहे हैं। रात के अंधेरे में नदी में लोग गिरकर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। स्कूली बच्चे खाईनुमा नदी को पारकर तहसील मुख्यालय मैनपुर पढ़ाई करने आने विवश होते है। पुलिया नहीं होने के कारण ग्राम पंचायत का जो विकास होना चाहिए नहीं हो पा रहा है।


मैनपुरकला नदी पर पुल निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे किया जाम
मैनपुर। गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखंड मैनपुर अंतर्गत मैनपुरकला में पुल निर्माण की मांग को लेकर अपने पूर्व चेतावनी अनुसार शुक्रवार को सुबह 8.30 बजे से सैकड़ों ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे 130 सी मैनपुर-देवभोग मार्ग पर बैनर-पोस्टर लेकर धरना -प्रदर्शन करते हुए चक्काजाम प्रारंभ कर दिया। ग्रामीणों के द्वारा मैनपुरकला मार्ग पर पुलिया निर्माण, अधूरे जलाशय को पूरा करने, मैनपुरकला से कुल्हाड़ीघाट मार्ग तक प्रधानमंत्री सडक़ निर्माण की मांग को लेकर चक्कााम करने की जानकारी मिलते ही तत्काल एसडीएम मैनपुर हितेश पिस्दा, एसडीओपी पुलिस अनुज कुमार गुप्ता, तहसीलदार मैनपुर वसीम सिद्दीकी, जनपद पंचायत मैनपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आशीष अनुपम टोप्पो, लोक निर्माण व प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के अधिकारी मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की समस्याओं को सुना। साथ ही समस्या के समाधान के लिए उचित पहल करने की समझाइश भी दी गई।
ग्रामीण हो रहे मूलभूत सुविधाओं से वंचित
धरना-प्रदर्शन व चक्काजाम में जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम, पूर्व जिला पंचायत सदस्य सियाराम ठाकुर, जनपद सदस्य लीलाबाई कमलेश, सरपंच मैनपुरकला कमला बाई प्रमुख रूप से उपस्थित थे। पूर्व जिला पंचायत सदस्य सियाराम ठाकुर ने कहा कि मैनपुरकला मुख्य मार्ग पर स्थित नदी पर पुल निर्माण नहीं होने के कारण ग्रामीणों को कई प्रकार की मूलभूत सुविधा से वंचित रहना पड़ता है। पुल निर्माण की मांग ग्रामीणों द्वारा ब्लॉक मुख्यालय से लेकर जिला मुख्यालय में बैठे अधिकारियों,आला मंत्रियों तक कर चुके हैं, लेकिन कोई पहल नहीं की गई।
ग्राम पंचायत का विकास हो गया ठप
सरपंच कमला बाई नागेश ने बताया कि मैनपुरकला नदी पर रपटा के बह जाने के बाद चार चक्का वाहनों का आना-जाना तो पूरी तरह बंद हो गया है। दोपहिया वाहन बमुश्किल निकल पा रहे हैं। रात के अंधेरे में नदी में लोग गिरकर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। स्कूली बच्चे खाईनुमा नदी को पारकर तहसील मुख्यालय मैनपुर पढ़ाई करने आने विवश होते है। पुलिया नहीं होने के कारण ग्राम पंचायत का जो विकास होना चाहिए नहीं हो पा रहा है। निहाल सिंह नेगी, तनवीर सिंह राजपूत ने बताया कि मैनपुरकला नदी पर पुल निर्माण की मांगक्षेत्रीय दौरे पर पहुंचे आला मंत्रियों से लेकर शासन-प्रशासन तक मांग कर चुके हैं, लेकिन पुल निर्माण की दिशा मे पहल नहीं की गई है। मजबूरीवश चक्काजाम करना पड़ रहा है। अधिकारियों से मिले आश्वासन को मानकर चक्काजाम खत्म किया गया, अगर पुल निर्माण नहीं होगा तो दोबारा चक्काजाम किया जाएगा।
ग्रामीणों ने 15 दिन का दिया अल्टीमेटम
अधिकारियों के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने कुछ ही घंटे में ही चक्काजाम स्थगित कर दिया। साथ ही 15 दिनों के भीतर पुल निर्माण कार्य पर कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों द्वारा पुन: आंदोलन करने की बात कही गई है। इस दौरान नेशनल हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। भारी पुलिस बल शांति व्यवस्था के लिए तैनात किए गए थे।
ये रहे उपस्थित
इस मौके पर प्रमुख रूप से सरपंच कमलाबाई नागेश, उपसरपंच प्रदीप शर्मा, निहाल सिंह नेगी, तनवीर राजपूत, गज्जू नेगी, बिरेन्द्र राजपुत, प्रेम यादव, जितू कश्यप, बबलू नागेश, टीकम यादव, घनश्याम साहू, लक्ष्मण ध्रुव, भोगेन्द्र बारले, ललित बारले, हेमंत नागेश, देवीसिंह कमलेश, जितेंद्र कश्यप, दुर्योधन राजपूत, दुलेन्द्र नेगी, जितेन्द्र कमलेश, जितेन्द्र नेगी, हेमलाल नागेश, अशोक ध्रुव, मंशाराम ध्रुव, अवधराम, शिव विश्वकर्मा, गौतम ध्रुव, योगेश नेगी, हरीराम, कुदंन नेगी, अमर नागेश, देवनारायण, भुनेश्वर, लोकेश, राकेश ठाकुर, पिंकु ठाकुर, धनेश्वरी नागेश, पार्वती बधेल, लुकेश्वरी ठाकुर, भुनेश्वरी नागेश्,ा कुंती नागेश, हीराबाई, सुमित्रा बाई आदि।