ट्रेनिंग प्रोग्राम के समापन समारोह में डॉक्टरों को सर्टिफिकेट प्रदान करते हुए मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. आभा सिंह ने कहा कि इस तरह के ट्रेनिंग प्रोग्राम हमेशा होने चाहिए। इसमें वन-टू-वन इंटरेक्षन से सीखने के अवसर ज्यादा होते हैं। ट्रेनिंग प्रोग्राम के लाइव ऑपरेटिंग टीम में बतौर सर्जन डॉ.आशुतोष गुप्ता, डॉ. शांतनु तिवारी, डॉ.क्षितिज वर्मा, डॉ. अमित चुरारिया, डॉ. गुंजन अग्रवाल और डॉ. नीति वर्मा तथा एनेस्थेसिया विशेषज्ञ में डॉ. प्रतिभा जैन शाह और डॉ. सोनाली साहू शामिल थीं।
सेंट्रल इंडिया में हुआ पहली बार
ट्रेनिंग प्रोग्राम के प्रमुख सर्जन डॉ. आशुतोष गुप्ता ने बताया कि लेप्रोस्कोपिक कोलोरेक्टल कैंसर सर्जरी ट्रेनिंग प्रोग्राम एक सर्टिफाइड ट्रेनिंग प्रोग्राम है, जो कि सेंट्रल इंडिया में पहली बार हो रहा है। इससे पूर्व हमारे क्षेत्र के डॉक्टरों को लेप्रोस्कोपिक कैंसर की ट्रेनिंग की सुविधा नहीं मिल पाती थी या फिर उनको प्रशिक्षण के लिए बाहर जाना पड़ता था। जो डॉक्टर बाहर नहीं जा सकते थे, उनके लिए यह ट्रेनिंग प्रोग्राम काफी उपयोगी साबित होगा।