दबनई पंचायत में कांक्रीट सड़क निर्माण कार्य में गड़बड़ी का आरोप
रायपुरPublished: Dec 02, 2019 12:07:09 am
जल्दबाजी में अधिकांश ग्राम पंचायतों में बेहद निम्न स्तर का निर्माण कार्य किया जा रहा है।
दबनई पंचायत में कांक्रीट सड़क निर्माण कार्य में गड़बड़ी का आरोप
मैनपुर. सरपंचों का कार्यकाल बीतने को है और निर्माण कार्य है कि पूरा ही नहीं हो रहा है। जल्दबाजी में अधिकांश ग्राम पंचायतों में बेहद निम्न स्तर का निर्माण कार्य किया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत दबनई के फरसरा गांव में देखने को मिला, जहां 10 लाख की लागत से बनाया जा रहा कांक्रीट सड़क में ना तो गुणवत्ता का ध्यान रखा जा रहा और ना ही मटेरियल सही इस्तेमाल किया जा रहा है। निर्धारित मात्रा में सीमेंट भी नहीं डाला जा रहा है, जिससे मजबूती को लेकर यहां के ग्रामीण सवाल उठा रहे हैं।
सीसी सड़क निर्माण की गड़बड़ी साफ नजर आ रही है, ग्रामीणों के मुताबिक सड़क के लिए 7 इंच की ढलाई की जानी चाहिए थी, लेकिन 4 इंच ढलाई की जा रही है। ऐसे में ग्रामीण निर्माण करने वालों पर कई तरह के आरोप लगा रहे हैं। जिसके पश्चात निर्माण कार्य सवालों के घेरे में आ गया है। जिले के ग्राम पंचायतों में हो रहे निर्माण कार्यों पर अक्सर कई तरह के सवाल उठते रहते हैं। मैनपुर जनपद क्षेत्र के दबनई ग्राम पंचायत के फरसरा गांव में मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना के तहत 2 सीसी सड़क 520-520 रुपए की लागत से 192-192 मीटर के बनाए जाने थे, जिनमें से एक बन चुका है तथा दूसरे का कार्य प्रारंभ किया गया है।
फरसरा के ग्रामीणों ने निर्माण कार्य को लेकर कई तरह के आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों ने एक वीडियो भी बनाकर निर्माण कार्य की गुणवत्ता देखने की अपील की है, उनका आरोप है कि जो सीसी सड़क 7 इंच मोटी होनी चाहिए वह कहीं 3 इंच तो कहीं 4 इंच ही ढलाई कर रहे हैं। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि निर्माण के लिए उपयोग किया जा रहा मटेरियल गुणवत्ताहीन है। रेत, धूल, मिट्टी मिक्स है, वही गिट्टी भी डस्ट मिक्स है। ग्रामीणों का कहना है कि पूरे सीसी सड़क में कहीं भी वाइब्रेटर का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है।
अधिकारियों से करेंगे निर्माण कार्य के जांच की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क के नीचे मुरूम भी डाली जानी चाहिए थी, लेकिन कहीं भी नहीं डाला जा रहा है। सीसी सड़क के नीचे पॉलिथीन बिछाया जाना चाहिए जो नहीं बिछाया जा रहा है। ऐसी स्थिति में ग्रामीणों ने निर्माण कार्य की जांच किए जाने की मांग अधिकारियों से करने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि अंदरूनी इलाका होने के कारण अधिकारी देखने नहीं पहुंचते और इसका फायदा पंचायत प्रतिनिधि और निर्माण करने वाले उठाते हैं। मनमर्जी से बिना गुणवत्ता युक्त निर्माण किया जाता है जो बाद में बेहद कम समय में जर्जर हो जाता है। इस संबंध में गांव के रोशन राठौर का कहना है कि निर्माण कार्य में लापरवाही की हद पार कर दी गई है। कई तरह की लापरवाही बरती जा रही है, खराब मटेरियल का इस्तेमाल किया जा रहा है और सीमेंट भी बेहद कम डाला जा रहा है।