किसी महिला का हंसिए से खुद का हाथ काटकर अलग कर देने के बाद फांसी लगा लेने की घटना संदिग्ध लग रही है। मंदिर हसौद थाने और डीकेएस अस्पताल चौकी को इस घटना की सूचना तक नहीं मिली है। मंदिर हसौद थाना प्रभारी नरेश कुमार कांगे ने कहा, उनके थाने में एेसी कोई जानकारी नहीं है।
प्लास्टिक सर्जन डॉ. केएन ध्रुव ने बताया कि यह चुनौतीपूर्ण सर्जरी थी। घटना के करीब छह घंटे बाद कमला को अस्पताल लाया गया था। घटना के छह घंटे के अंदर कटे हुए अंग को जोड़ा जा सकता है। भले ही वक्त गुजर गया था, मगर हमने ऑपरेशन प्लान किया। 8 फरवरी की सुबह 11:30 बजे कमला को ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया। हड्डी, नसों और तंतुओं को जोड़ा गया।
– कटे हुए अंग को अ’छे से धोकर बर्फ में रखकर अस्पताल ले जाएं।
– पूरी कोशिश होनी चाहिए कि छह घंटे से पहले-पहले अस्पताल पहुंच जाएं। ऐसे अस्पताल जहां पर प्लॉस्टिक सर्जन सेवारत हों। क्योंकि सर्जरी प्लास्टिक सर्जन ही कर सकते हैं।