मोहल्ले में बांटी गई क्लोरीन की टेबलेट
उन्होंने बताया कि फाफाडीह के साहूपारा में पीलिया के 15 संदिग्ध मरीज पाए गए हैं। सभी अलग-अलग अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं। स्वास्थ्य शिविर में 28 लोगों का रक्त परीक्षण किया गया। पाइप लाइन से सप्लाई होने वाले पेयजल में एहतियातन क्लोरीन की मात्रा बढ़ा दी गई है। मितानिनों तथा सीएमओ के स्टाफ द्वारा मोहल्ले में क्लोरीन की टेबलेट बांटी जा रही है। निगम के जोन क्रमांक 2 के सहायक अभियंता रधुमणी प्रधान ने बताया कि साहूपारा में गंदा पानी आने की शिकायत के बाद पाइप लाइन में लीकेज की जांच की जा रही है। साहू पारा में 9-10 घरों में पीलिया की शिकायत पाई गई है।
फूटी पाइप लाइन से घरों में आ रहा गंदा पानी
क्षेत्र के रहवासियों ने बताया कि साहूपारा में एक बिल्डर द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है। निर्माण के दौरान ही निगम की पाइप लाइन फूट गई। इससे नाली का गंदा पानी पाइप लाइन में घुसकर लोगों के घरों में पहुंचने लगा। जिसे पीने से लोगों को पहले तो उल्टी-दस्त होने लगी। इसके बाद तबीयत ज्यादा खराब होने लगी। कुछ के नाखून और चेहरे में पीलापन आना शुरू हुआ तब लोगों को लगा कि पीलिया फैल रहा है। इसके बाद क्षेत्र में हडक़ंप मच गया।
शिकायत के दो दिन बाद जागे जोन अधिकारी
बताया जाता है कि पाइप लाइन फूटने से घरों में गंदा पानी आने की शिकायत जोन अधिकारियों से दो दिन पहले रहवासियों ने की थी, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया। जब पीलिया फैला तो आला अधिकारियों तक बात पहुंची, तब आनन-फानन में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया। साथ ही पानी में क्लोरीन की मात्रा बढ़ाई गई। पाइप लाइन के लीकेज की जांच शुरू कर दी गई है।
तीन दिन तक कैम्प
स्वास्थ्य अधिकारी बी.के. मिश्रा ने बताया कि फाफाडीह के साहूपारा में शुक्रवार को कैम्प लगाया गया है। तीन दिन तक वहां कैम्प लगाया जाएगा। नगर निगम द्वारा पाइप लाइन लीकेज की जांच की जा रही है। साथ ही पानी में क्लोरीन की मात्रा भी बढ़ा दी गई है।