पुलिस के मुताबिक सरोना निवासी सीताराम गोंड (40) की सिर में चोट लगने से 24 जनवरी 2017 को आंबेडकर अस्पताल में मौत हो गई थी। अस्पताल में भर्ती कराते समय उसके बेटे पंकज धु्रव ने गिरने से सिर में चोट लगने की जानकारी दी थी। सीताराम की मौत के बाद डीडी नगर पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना शुरू की थी। अस्पताल से पोस्टमार्टम रिपोर्ट करीब छह माह बाद मिली, जिसमें सिर में चोट लगने से मौत का उल्लेख किया गया था।
पुलिस मामले की जांच में लगी रही। करीब साढ़े तीन साल बाद अचानक पंकज ने अपनी मां अहिल्या बाई के सामने खुलासा कि उसके पिता के सिर पर गिरने से चोट नहीं आई है, बल्कि उसने गुस्से से उनके सिर पर मसाला पीसने वाले पत्थर से वार किया था, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गए थे और अस्पताल में इसी के चलते उनकी मौत हो गई। इसके बाद अहिल्या बाई ने शुक्रवार को डीडी नगर थाने में इसकी जानकारी दी। पुलिस ने पंकज के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
पछतावा हुआ, तो खुला राज
डीडी नगर टीआई योगिता खापर्डे के मुताबिक घटना के बाद मर्ग जांच के दौरान आरोपी और मृतक की पत्नी व अन्य लोगों ने हत्या की बात से इनकार करते हुए केवल सिर में चोट लगने की जानकारी दी थी और साधारण घटना बताया था। कुछ दिन पहले मृतक के बेटे पंकज ने हत्या करना स्वीकार किया। उसने पछतावा होने का करण इतने दिनों बाद हत्या होने का खुलासा किया। इसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ अपराध दर्ज किया है।