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एम्स को बार्क व एईआरबीएल से मिली मंजूरी

locationरायपुरPublished: Oct 21, 2019 11:28:05 am

Submitted by:

abhishek rai

प्रारंभिक चरणों में पेट सीटी मशीन सीटी स्कैन, एमआरआई की तुलना में अच्छा परिणाम देती है। इससे शरीर के किस अंग और हिस्से में ट्यूमर की गांठ है, ये कितना फैल गया है और किस वजह से कैंसर फैला है, इसकी सटीक जानकारी मिल जाएगी।

एम्स को बार्क व एईआरबीएल से मिली मंजूरी

एम्स को बार्क व एईआरबीएल से मिली मंजूरी

रायपुर. राजधानी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग को भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बार्क) और एटॉमिक एनर्जी रेगुलेटरी बोर्ड (एईआरबीएल) से मंजूरी मिल गई है। उम्मीद जताई जा रही है कि दिवाली से पहले कैंसर मरीजों को पोजीट्रोन एमिशन टोमोग्राफी (पेट) सीटी मशीन की सुविधा मिलने लगेगी। एडवांस लीनियर एक्सीलरेटर मशीन पहले ही शुरू हो चुकी है। इससे कैंसर के मरीजों की सिकाई की जाती है। विशेषज्ञों के अनुसार प्रारंभिक चरणों में पेट सीटी मशीन सीटी स्कैन, एमआरआई की तुलना में अच्छा परिणाम देती है। इससे शरीर के किस अंग और हिस्से में ट्यूमर की गांठ है, ये कितना फैल गया है और किस वजह से कैंसर फैला है, इसकी सटीक जानकारी मिल जाएगी।
मशीन के टेस्टिंग का काम पूरा
एम्स के न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में विगत एक-दो माह पहले ही २५ करोड़ की लागत से अमेरिका से मंगाई गई पेट-सीटी मशीन स्थापित कर दी गई है। इसके इंस्टॉलेशन और टेस्टिंग का काम भी पूरा हो गया है। प्रदेश के किसी भी सरकारी संस्थान में पेट सीटी मशीन की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
बार्क और एईआरबीएल से मंजूरी मिल गई है, दो-तीन दिन के भीतर पेट सीटी मशीन का लाभ मरीजों को मिलने लगेगा। डायरेक्टर नितिन एम नागरकर की वजह से यह संभव हो पाया है। गरीब मरीजों को यह सुविधा मुफ्त मिलेगा।
डॉ. करन पिपरे, अधीक्षक, एम्स रायपुर

१२ देशों का प्रतिनिधिमंडल दिसम्बर में आएगा एम्स
एम्स के न्यूक्लियर मेडिसिन पर होने वाले कॉन्फ्रेंस में १२ देशों का प्रतिनिधिमंडल शामिल होगा। १० से १४ दिसम्बर २०२० में कांफ्रेंस का आयोजन होगा। इसमें जर्मनी के यूएलएम यूनिवर्सिटी के न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग से एक एमओयू भी किया जाएगा। स्पेन के बार्सिलोना में आयोजित विश्वस्तरीय कांफ्रेंस ईएएनएम-२०१९ में शामिल होकर वापस लौटे एम्स अधीक्षक व न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. करन पिपरे ने बताया कि एम्स में १० से १३ दिसम्बर तक होने वाले सिमीकॉन-२०२० में शामिल होने के लिए जापान, अमेरिका, चीन, लिवरपुल, मियामी, ईरान समेत १२ देशों को आमंत्रित किया गया है। उन्होंनें बताया कि बार्सिलोना में १२ से १६ अक्टूबर तक चलने वाले कांफ्रेंस में विभिन्न देशों के ८ हजार से अधिक तथा देश के २० विशेषज्ञ शामिल हुए थे।
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