पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की जाति प्रमाण पत्र को शपथ पत्र देकर गलत बताने वाले सेवानिवृत्त अफसर पतरस तिर्की द्वारा इसी मामले में 17 साल पहले दिया गया एक और शपथ पत्र सामने आया है।
Ajit Jogi caste issue
रायपुर. पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी (Ajit Jogi) की जाति प्रमाण पत्र को शपथ पत्र देकर गलत बताने वाले सेवानिवृत्त अफसर पतरस तिर्की द्वारा इसी मामले में 17 साल पहले दिया गया एक और शपथ पत्र सामने आया है।
6 मार्च 2002 को दिए गए शपथ पत्र में तिर्की ने कहा है कि वे 1967 में पेंड्रा रोड के नायब तहसीलदार थे। 1986 में वे वहां तहसीलदार रहे। उन्होंने अजीत प्रमोद कुमार जोगी आत्मज काशी प्रकाश जोगी निवासी साबहरा को कंवर जाति के होने का प्रमाण पत्र 6 जून 1967 और 6 मार्च 1986 को उस समय प्रचलित नियमों के तहत जांच पड़ताल कर जारी किए है।
पतरस तिर्की ने शपथ पत्र में लिखा है कि उन दोनों प्रमाण पत्रों में उनके ही हस्ताक्षर हैं। यह शपथपत्र अजीत जोगी के खिलाफ मध्यप्रदेश के शहडोल कोतवाली थाने की जांच रिपोर्ट का हिस्सा है। पुलिस ने यह जांच मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में लगे एक परिवाद पर की थी।
उस समय दलपत सिंह परस्ते ने अजीत जोगी की जाति (Ajit Jogi Catse Issue) को चुनौती दी थी। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने 1999 में दायर उस मुकदमे के कागजात देते हुए बताया कि नए शपथ पत्र में पतरस तिर्की गलत बात बोल रहे हैं।
घर में बंद हो गए तिर्की जोगी की जाति पर दो शपथ पत्र सामने आने के बाद पत्रिका ने सेवानिवृत्त संयुक्त कलेक्टर और पेंड्रा रोड की तत्कालीन नायब तहसीलदार पतरस तिर्की से बात करने की कोशिश की। बिलासपुर के नेहरू नगर स्थित तिर्की के घर पहुंचने पर पता चला कि उन्होंने खुद को घर के अंदर बंद कर लिया है। तिर्की सामने नहीं आए और न ही उनके परिवार के किसी व्यक्ति ने बात की।