स्वास्थ्य अधिकारियों (Health Officers) का कहना है कि डॉक्टरों से मरीजों (Patients) के उपचार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। डॉक्टरों ने एक-दूसरे की छुट्टी के हिसाब से अपना शेड्यूल बनाया है। रोस्टर के हिसाब से डॉक्टरों की अतिरिक्त ड्यूटी बढ़ाकर कमी पूरी कर ली जाएगी। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) ने मई-जून माह डॉक्टरों के लिए समर वेकेशन (Summer Vacation) घोषित किया है। हर डॉक्टर के लिए एक-एक माह का अवकाश रखा गया है।
विशेषज्ञों के अनुसार डॉक्टरों (Doctors) के छुट्टी पर जाने से ज्यादा दिक्कत स्पेशलिटी विभाग के मरीजों को होती है। वे एक या दो डॉक्टर के भरोसे रहते हैं। अस्पताल के मेडिसिन(Medicine) , आर्थोपेडिक(Orthopedic) , गायनिक, कैंसर, रेडियोलॉजी, ईएनटी, पीडियाट्रिक्स आदि कई विभागों के डॉक्टर छुट्टी पर गए हुए हैं।
ऐसे तैयार हुआ विकल्प
आर्थोपेडिक विभाग (Orthopedic department) के डॉ. विनीत जैन छुट्टी पर हैं। उनकी ओपीडी OPD एचओडी डॉ. एस. फुलझेले और डॉ. राजेंद्र अहिरे देख रहे हैं। डॉ. राजेंद्र अहिरे ने बताया कि डॉ. विनीत जैन के आने के बाद वह छुट्टी पर जाएंगे। उनके वापस आने के बाद एचओडी (HOD) चले जाएंगे। ऐसा शेड्यूल तैयार किया गया है कि मरीजों को कोई दिक्कत न हो।
गर्मी के मौसम (Summer Weather) में ऑपरेशन (Operation) कराने से ज्यादा मरीज बचते हैं, इसलिए थोड़ा लोड कम रहता है। कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी (Cardiothoracic and Vascular Surgery) के एचओडी डॉ.के.के. साहू ने बताया कि उनके विभाग से डॉक्टर निशांत चंदेल एक सप्ताह की छुट्टी पर थे। उनके वापस लौटने पर वे चले गए। इसी तरह से एनाटॉमी विभाग (Department of Anatomy) के मानिक चटर्जी, रेडियोलॉजी विभाग (Radiology department) के एस.बी.एस नेताम, मेडिसीन विभाग के आर.एल.खरे, गायनिक से ज्योति जायसवाल, कैंसर विभाग से प्रदीप चंद्राकर समेत कई डॉक्टर अपने विभाग के डॉक्टरों को काम सौंपकर छुट्टी पर गए हैं।
मरीजों के हित में फैसला, नहीं लेंगे छुट्टी
कार्डियोलॉजी विभाग (Department of Cardiology) के हेड व एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. स्मित श्रीवास्तव ने मरीजों के हित को ध्यान में रखते हुए तय किया है कि वह इस साल समर वेकेशन (Summer Vacation) नहीं लेंगे। उन्होंने बताया कि वह पहले समर वेकेशन पर जाते थे, लेकिन इमरजेंसी (Emergency) में अस्पताल आते रहते थे। इस बार मरीजों की संख्या को देखते हुए तय किया हूं कि इस बार समर वेकेशन (Summer Vacation) नहीं लूंगा। समर वेकेशन (Summer Vacation) की मिलने वाली छुट्टी को आगे यदि जरूरत पड़ती है तो एडजेस्ट करा लूंगा। कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी के एचओडी डॉ.के.के. साहू ने बताया कि सिर्फ दो डॉक्टर होने की वजह से हमने एक-एक सप्ताह का शेड्यूल बनाया है। उन्होंने बताया कि इससे मरीजों को कोई दिक्कत नहीं होगी।
संविदा डॉक्टरों को नहीं मिलती छुट्टी
एनाटॉमी के विभागाध्यक्ष डॉ. मानिक चटर्जी ने बताया कि एमसीआई द्वारा दिए जाने वाले समर वेकेशन (Summer Vacation) का लाभ अस्पताल के संविदा डॉक्टरों को नहीं मिलता है। आंबेडकर अस्पताल (Ambedkar Hospial) के कुछ डॉक्टरों (doctors) ने नाम न छापे जाने की शर्त पर बताया कि मई-जून में तापमान अधिक होने की वजह से इमरजेंसी (Emergency) को छोडकऱ रुटीन का ऑपरेशन नहीं किया जाता है। गर्मी में ऑपरेशन से संक्रमण की आशंका होती है। जुलाई से जरूरी ऑपरेशन शुरू होते हैं। हालांकि, नेत्ररोग विभाग में पूरे साल आंखों का ऑपरेशन होता है।
डीएमई डॉ. एस.एल आदिले ने बताया कि डॉक्टर हर साल समर वेकेशन (Summer Vacation) पर जाते हैं। इससे उपचार में कोई दिक्कत नहीं आती है। हां, बाकी डॉक्टरों पर थोड़ा अतिरिक्त भार जरूर पड़ता है।
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