अमित जोगी ने कहा कि अगर सरकार को लगता है कि वो हमें न्यायालय और चुनाव के मैदान में अपना पक्ष रखने से ही वंचित कर सकती है, तो यह केवल उसके घमण्ड और ग़ुरूर को दर्शाता है। पापा की ही तरह मेरी माँ और मुझे, बाबा साहब अम्बेडकर द्वारा स्थापित संवैधानिक व्यवस्था में पूरी आस्था है जिसके रहते न्यायपालिका की शरण और जनता के बीच में हमें जाने से कोई नहीं रोक सकता।