मरवाही विधायक जोगी ने मनरेगा कानून के उल्लंघन को लेकर भी सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका लगाने की चेतावनी दी। बतादें कि 7 जून को कर्ज से परेशान मरवाही के किसान सुरेश मरावी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। इसके बाद प्रदेश में राजनीति भी तेज हो गई।
ये है पूरा मामला
कर्ज के बोझ से परेशान किसान को सूखा का मुआवजा नहीं मिला। वहीं सहकारी बैंक लरकेनी ने दो तीन नोटिस थमा दिया। इससे परेशान किसान ने सुसराल में आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जाता है कि किसान पूर्व में भी आत्महत्या की कोशिश कर चुका था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुरेश मरावी पिता निरंजन सिंह निवासी ग्राम पिपरिया थाना गौरेला ने सहकारी बैंक लरकेनी से 120000 रुपए कर्ज लिया था। उसके पास 12 एकड़ जमीन भी है। मृतक के भाई मोहन मरावी और पत्नी भागमती मरावी ने बताया कि पिछले चार साल से अल्प वर्षा के कारण वह सूखे की मार झेल रहा था।
वहीं पिछले चार साल में उक्त कर्ज बढ़कर 170000 रुपए हो गया। इस बार भी फसल नहीं हुई। वहीं सूखा राहत की राशि भी उसे नहीं मिली। उधर बैंक से उसे दो-तीन नोटिस भी मिल चुकी है। इससे परेशान किसान सुरेश ने पहले आत्महत्या का प्रयास किया। लेकिन परिवार वालों की समझाइश पर शांत हो गया था।
कर्ज के बोझ व आर्थिक तंगी से जूझ रहे सुरेश ने 7 जून को अपनी ससुराल पेंड्रा विकास खंड के कुदरी गांव आया, जहां उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके चार बेटियां हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि तीन माह पूर्व भी उसने अपने गांव पिपरिया में आत्महत्या का प्रयास किया था, जिसकी जांच चल रही है।